टेस्टोस्टोरेन हार्मोन का स्तर बढ़ाने के लिए घरेलु उपाय : टेस्टोस्टोरेन एक प्रकार का हार्मोन है, जो पुरुषो में 12-13 वर्ष की आयु में बनना शुरू होता है। यह हार्मोन युवा अवस्था में होने वाले परिवर्तनों के लिए जिम्मेदार होता है। टेस्टोस्टोरेन हार्मोन का निर्माण (Testosterone Harmon ka nirman) पुरुषो के अण्डकोष व महिलाओ के अंडाशय में होता है। हालाँकि महिलाओ में टेस्टोस्टोरेन हार्मोन का निर्माण कम होता है।
यह हार्मोन पुरुषों में प्रजनन क्षमता, यौन कार्य, मांसपेशियों का निर्माण, दाढ़ी- मूँछ का निकलना, गुप्तांगो के आकार में वृद्धि, आवाज के भारीपन जैसे शारीरिक परिवर्तनों के लिए जिम्मेदार होता है। 40 वर्ष की आयु तक टेस्टोस्टोरेन हार्मोन का निर्माण ( Testosterone Harmon ka nirman) अधिक होता है। इसके बाद जैसे जैसे उम्र बढ़ती जाती है, टेस्टोस्टोरेन हार्मोन का लेवल कम होता जाता है।
आजकल की इस भाग-दौड़ जिंदगी में पुरुषों को पता ही नहीं चल पाता है कि उनका टेस्टोस्टोरेन हार्मोन का लेवल ( Testosterone Harmon ka level ) कब कम हो जाता है। गलत खान-पान व ख़राब दिनचर्या से भी पुरुषों में टेस्टोस्टोरेन हार्मोन का स्तर कम होने लगता है। टेस्टोस्टोरेन हार्मोन की कमी से पुरुषों की सेक्स पर भी प्रभाव पड़ता है। इस तरह की समस्या से पुरुषों में सम्भोग की इच्छा कम होती जाती है।
इस लेख में आपको पुरुषों में टेस्टोस्टोरेन हार्मोन का स्तर ( Testosterone Harmon ka level ) बढ़ाने के घरेलु और टेस्टोस्टोरेन हार्मोन की कमी के लक्षण के बारे में बताया जा रहा है। घरेलु उपायों के माध्यम से पुरुषों में टेस्टोस्टोरेन हार्मोन का लेवल ( Testosterone Harmon ka level ) बढ़ाया जा सकता है। आइये जानते है कि पुरुषों में टेस्टोस्टोरेन हार्मोन कैसे बढ़ाये ?
पुरुषों में टेस्टोस्टोरेन हार्मोन का स्तर बढ़ाने के घरेलु उपाए
यहां आपको टेस्टोस्टोरेन हार्मोन का लेवल बढ़ाने के उपाय बताये जा रहे है, जिनका इस्तेमाल करके आप टेस्टोस्टोरेन (Testosterone Harmon kaise badaye ) का लेवल बढ़ाकर शारीरिक कमजोरी को दूर कर सकते है।
1. शिलाजीत का सेवन करने से
शिलाजीत में फुल्विक एसिड प्रचुर मात्रा में होता है। यह एसिड टेस्टोस्टोरेन को बूस्ट करने में काफी मददगार साबित होता है। शिलाजीत का सेवन करके आप टेस्टोस्टोरेन हार्मोन का स्तर बढ़ा सकते है। यह हार्मोन सम्भोग क्रिया को बढ़ाने में काफी सहायक होता है। इसीलिए शिलाजीत को इंडियन वियाग्रा के नाम से जाना जाता है। शिलाजीत के फायदे जानने के लिए यहाँ क्लिक करे – शिलाजीत खाने के फायदे और नुकसान-Benefitis and side effects of shilajit
2. अश्वगंधा का सेवन करने से
प्राचीन समय में अश्वगंधा का सेवन सेक्स सम्बन्धी समस्याओं को दूर करने में किया जाता था। इसके पोषक तत्वों में टेस्टोस्टोरेन हार्मोन को बढ़ाने के गुण होते है। यह पुरुषों में टेस्टोस्टोरेन हार्मोन का लेवल बढ़ाकर सेक्स सम्बन्धी विकारो को दूर करता है। अश्वगंधा के फायदे जानने के लिए यहाँ क्लिक करे – अश्वगंधा के फायदे और नुकसान
3. अंडे के सेवन से
पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को बढ़ाने के लिए अंडा का सेवन बहुत प्रभावशाली माना जाता है। अंडे की तासीर गर्म होती है। इसका सबसे ज्यादा सेवन सर्दियों में किया जाता है। यह शरीर में प्रोटीन की आपूर्ति करने के साथ साथ टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को बढ़ाने में भी मदद करता है। लेकिन यदि आप अंडे का सेवन नहीं करते है, तो आप टेस्टोस्टेरोन हार्मोन बढ़ाने के लिए अन्य चीजों का भी सेवन कर सकते है।
4. सफ़ेद मूसली के सेवन से
सफ़ेद मूसली में एंटीऑक्सीडेंट व अन्य मिनरल्स और विटामिन्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते है। ये सभी पोषक तत्व शरीर के विकारो को दूर करने में सहायक होते है। सफ़ेद मूसली के सेवन से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की वृद्धि होती है। इस हार्मोन की वृद्धि से पुरुषों में सेक्सुअल विकार दूर होते है। सफ़ेद मूसली के फायदे जानने के लिए यहाँ क्लिक करे- सफ़ेद मूसली के फायदे,नुकसान और उपयोग पुरुषो और महिलाओं के लिए
5. हैल्थी फ़ूड खाने से
आपकी बॉडी में किसी भी हार्मोन की कमी या वृद्धि के लिए आपके भोजन पर निर्भर करता है। इसलिए शरीर में हार्मोन के लेवल को संतुलित बनाये रखने के लिए हैल्थी फ़ूड का सेवन करना चाहिए। टेस्टोस्टोरेन का स्तर बढ़ाने के लिए अपनी डाइट का खास ध्यान रखना चाहिए। अपने भोजन में से उन सामग्रियों को दूर करे, जो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो।
आप अपने खाने में दूध, घी, हरी सब्जियां, सोयाबीन, अंडे, दाल आदि हैल्थी फ़ूड शामिल करें। इसके अलावा आप विटामिन्स, खनिज मिनरल्स, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट व प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थो को ज्यादा महत्व दे। इनसे शरीर में ताजगी रहती है, जिससे शरीर में टेस्टोस्टोरेन हार्मोन की वृद्धि होती है।
6. चिया सीड्स के सेवन से
चिया सीड्स में ओमेगा-3 व ओमेगा-6 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। बॉडीबिल्डर्स चिया सीड्स का सेवन प्रोटीन शेक के रूप में करते है। इसमें कई तरह के फैटी एसिड मौजूद होते है। चिया सीड में शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन बढ़ाने का गुण पाया जाता है। एक रिसर्च के अनुसार चिया सीड का सेवन दूध के साथ रोजाना रात को सोने से पहले करने से यह अधिक फायदेमंद रहता है। इस तरह यह टेस्टोस्टोरेन हार्मोन को बूस्ट करने के लिए अधिक फायदेमंद होता है।
7. अदरक का सेवन करने से
अदरक एक अच्छा व नेचुरल सामग्री है, जिसके सेवन से टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की वृद्धि की जा सकती है। आप अदरक का सेवन चाय, सब्जी या अदरक का अचार के रूप में कर सकते है। इसके सेवन से स्पर्म की गुणवत्ता में भी सुधार होता है। यदि आप इसका रोज सेवन करते है, तो इसके अन्य लाभ भी आपको मिलते है।
8. लहसुन के सेवन से
लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होता है। इसकी तासीर गर्म होती है। लहसुन के सेवन से टेस्टोस्टोरेन हार्मोन में वृद्धि होती है। यह सेक्सुअल विकार को दूर करके सम्भोग की क्रिया को बढ़ाता है।
9. एक्सरसाइज करने से
एक्सरसाइज करने से शरीर की कोशिकाएं सक्रिय रहती है और अनावश्यक चर्बी जमा नहीं होती है। एक्सरसाइज करने से पुरे शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन सुचारु रूप से बना रहता है। व्यायाम से शरीर की सभी गतिविधियां संतुलित रहती है। ऐसे में टेस्टोस्टोरेन हार्मोन का निर्माण शरीर में पर्याप्त मात्रा में होता रहता है।
10. विटामिन्स और मिनरल्स के सेवन से
खाने में विटामिन और मिनरल से भरपूर सामग्रियों को शामिल करने से टेस्टोस्टेरोन का लेवल बढ़ता है। शरीर में विटामिन और मिनरल्स की कमी से कार्टिसोल हार्मोन का लेवल हाई हो जाता है। इस वजह से टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का लेवल कम हो जाता है। इस समस्या को दूर करने के लिए आप अपने भोजन में जिंक, मैग्नीशियम, आयरन, विटामिन-बी, विटामिन K, विटामिन-D जैसे विटामिन व मिनरल को शामिल करे।
11. लाइफ स्टाइल में करें बदलाव
जीवन शैली में कुछ क्रियाएं ऐसी होती है, जो टेस्टोस्टोरेन हार्मोन की वृद्धि के लिए जिम्मेदार होती है। अपनी लाइफ स्टाइल में सबसे पहले आपको अपनी नींद पूरी करनी होगी। आपको 7-8 घंटे की अच्छी और गहरी नींद लेनी है। इस दौरान शरीर को आराम मिलता है और हार्मोन को संतुलित करने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है।
रात्रि विश्राम के दौरान ढीले कपडे पहने ताकि नींद अच्छी आये। संतुलित आहार ले और प्रतिदिन व्यायाम करे। आपकी लाइफ स्टाइल अच्छी होने से भी आपका शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है। जिससे टेस्टोस्टोरेन हार्मोन का स्तर भी संतुलित बना रहता है।
12. फ्रूट्स खाने से
फ्रूट्स में मिनरल्स व विटामिन होते है। इनमे एन्टिओक्सीडैंट भी होते है। फ्रूट्स शरीर की अनेक क्रियाओ के लिए आवश्यक होते है। फ्रूट्स खाने से शरीर बीमारियों से दूर रहता है। साथ ही साथ ये शरीर में विटामिन व मिनरल की पूर्ति करते है। बहुत अधिक पक्का हुआ केला, अनार, पपीता, सेब, आड़ू, खजूर, अंगूर स्टॉबेरी खाने से शरीर में टेस्टोस्टोरेन हार्मोन संतुलित रहता है।
13. ड्राई फ्रूट्स खाने से
ड्राई फ्रूट्स में एंटी-ऑक्सीडेंट व खनिज मिनरल्स होते है। शरीर में मांशपेशियों को मजबूत बनाने के लिए इनकी आवश्यकता होती है। ये शरीर को स्वस्थ बनाकर टेस्टोस्टोरेन हार्मोन में वृद्धि करते है। इनके सेवन से सम्भोग की क्रिया में भी वृद्धि होती है। यह तभी होता है जब शरीर में टेस्टोस्टोरेन हार्मोन का स्तर बढ़ता है।
टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी के लक्षण कौन कौन से है ?
शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी होने पर इसके कई तरह के दुष्परिणाम देखने को मिलते है। इस हार्मोन की कमी के कई कारण हो सकते है। इस हार्मोन की कमी से सबसे ज्यादा प्रभाव पुरुषों की सेक्स लाइफ पर पड़ता है। इसकी कमी से सम्भोग की क्रिया कम होती है। आइये जानते है – टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी के लक्षण कौन कौन से है ?
- टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी से सेक्सुअल संबंधी समस्या उत्पन हो जाती है।
- इसकी कमी से ज्यादा थकान होती है और मूड चिड़चिड़ा रहता है।
- इस हार्मोन की कमी से अंडकोष का आकार कम हो जाता है।
- यह हार्मोन असंतुलित होने पर कोलेस्ट्रॉल लेवल में परिवर्तन करता है।
- टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी से सेक्स स्टैमिना कमजोर होता है। अतः सेक्स स्टैमिना बनाये रखने के लिए इस हार्मोन का संतुलित रहना बहुत जरुरी होता है।
- इस हार्मोन की कमी से वीर्य की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है। इसकी कमी से शुक्राणुओं की कमी होती है। जिससे बाँझपन की समस्या उत्पन हो सकती है।
- टेस्टोस्टेरोन की कमी से बॉडी फैट बढ़ने लगता है। जिस वजह से मोटापे से सम्बंधित बीमारियां शरीर को घेर लेती है।
- इस हार्मोन की कमी से काम करने में मन नहीं लगता है और चिड़चिड़ापन रहता है। इस वजह से मानसिक तनाव बढ़ने लगता है।
- यह हार्मोन असंतुलित होने पर नींद की समस्या को बुलावा देता है। जिससे शारीरिक स्वास्थ्य लगातार गिरने लगता है।
- इसकी कमी से शरीर की मांशपेशियां कमजोर होने लगती है।
- इस हार्मोन की कमी से हड्डियां भी कमजोर होने लगती है।
- इसकी कमी से बाल झड़ने लगते है और शरीर के अन्य अंग भी शिथिल पड़ने लगते है। साथ ही सभी जगह से बाल धीरे धीरे कम होने लगते है।
टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी के कारण क्या हैं ?
इस हार्मोन की कमी से शरीर में अनेक परिवर्तन देखने को मिलते है। इस हार्मोन के असंतुलित होने के कई कारण हो सकते है। जो कि इस प्रकार है।
- अत्यधिक मात्रा में नशीले पदार्थो का सेवन करने से टेस्टोस्टेरोन में कमी होती है जैसे – शराब, अफीम, गुटखा, आदि
- मानसिक तनाव भी इस हार्मोन को असंतुलित करता है।
- बढ़ता मोटापा इस हार्मोन के लेवल को कम करता है।
- थायरॉइड संबंधी समस्या से यह कम स्रावित होता है।
- यदि आप कैंसर से पीड़ित है और प्रोस्टेट कैंसर के इलाज के लिए दवाइयाँ ले रहे है। तो आपके शरीर में यह हार्मोन कम ही स्रावित होगा।
- शरीर में आयरन की अधिक मात्रा से भी टेस्टोस्टेरोन की मात्रा में कमी होती है।
- शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी अनुवांशिक भी हो सकती है।
- लंबी चली आ रही बीमारी से भी यह हार्मोन असंतुलित होता है।
- पिट्यूटरी ग्लैंड डिसफंक्शन की वजह से भी इस हार्मोन में कमी होती है।
- लिवर के ख़राब होने पर या इसमें संक्रमण होने पर यह हार्मोन असंतुलित होता है।
- फेफड़ो से सम्बंधित सूजन या बीमारी इस हार्मोन को प्रभावित करती है।
- संतुलित भोजन नहीं करने से भी बॉडी के हार्मोन असंतुलित होते है।
- शारीरिक गतिविधियां नहीं करने से शरीर में इस हार्मोन की कमी के साथ साथ अनेक बीमारियां उत्पन हो जाती है।
- आपकी ख़राब लाइफ स्टाइल आपके स्वास्थ्य को बिगड़ता है। जिससे टेस्टोस्टोरेन ही नहीं बल्कि अन्य हार्मोन भी असंतुलित होते है।
- अत्यधिक मात्रा में फास्ट फ़ूड और ऑयली फ़ूड खाने से भी शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। जिस वजह से टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की वृद्धि नहीं हो पति है।
FAQ
Q : टेस्टोस्टेरोन हार्मोन क्या खाने से बढ़ता है ?
Ans : शिलाजीत, सफ़ेद मूसली, अश्वगंधा, फ्रूट्स, संतुलित भोजन, लहसुन खाने से बॉडी में टेस्टोस्टेरोन का लेवल बढ़ता है। इसके अलावा लाइफ स्टाइल में बदलाव करके भी इस हार्मोन के लेवल को बढ़ाया जा सकता है।
Q : यदि पुरुष में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी हो जाये तो क्या होगा ?
Ans : टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी से पुरुषो की सेक्स क्रिया कमजोर हो जाती है। इसके अलावा थकान, मानसिक तनाव, वजन में वृद्धि, सेक्स स्टैमिना में कमी, शुक्राणुओं की संख्या में कमी आदि समस्या उत्पन होती है।
Q : टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर कितना होना चाहिए ?
Ans : 300 से 1 हजार नैनोग्राम प्रति डेसीलीटर
Q : शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का कार्य क्या होता है ?
Ans : यह हार्मोन बॉडी में यौन लक्षणों का विकास करता है। यह हार्मोन प्रजनन क्षमता, यौन कार्य, मांसपेशियों का निर्माण, दाढ़ी- मूँछ का निकलना, गुप्तांगो के आकार में वृद्धि, आवाज के भारीपन जैसे शारीरिक परिवर्तनों के लिए जिम्मेदार होता है।
मेरा नाम गोविन्द प्रजापत है। मैं talentkiduniya.com का फाउंडर हूँ। मुझे स्कूल के समय से ही हिंदी में लेख लिखने और अपने अनुभव को लोगो से शेयर करने में रूचि रही है। मैं इस ब्लॉग के माध्यम से अपनी नॉलेज को हिंदी में लोगो के साथ शेयर करता हूँ।