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दुखी लोगों की आदत : 15 Habits of Unhappy People in Hindi

दुखी लोगों की आदत 15 Habits of Unhappy People in Hindi

Hello Friends, इस लेख में आपको दुखी लोगों की आदत : 15 Habits of Unhappy People in Hindi के बारे में बताया जा रहा है। जीवन में कभी खुशी कभी गम का आना स्वाभाविक है। सुख – दुःख जिंदगी के अहम् हिस्से है। जीवन में सुख ही सुख होगा तो लोगो को सुख का महत्व पता नहीं चलेगा।

जीवन में दुःखों के आने से ही सुख का महत्व लग पाता है। दुखी लोगों की आदते पॉजिटिव लोगों से अलग होती है। ये लोग हमेशा अलग तरह की एक्टिविटी करते है। कई बार ये लोग बुरी आदतों में भी पड़ जाते है, जिसका इन्हे पता भी नहीं लग पाता है।

दुखी जीवन कष्टदायक व विनाशक होता है। यह दुःख मानसिक तनाव, बुरी लत व पीड़ा का कारण होता है। इस लेख में आपको दुखी लोगों की आदत – 15 Habits of Unhappy People in Hindi के बारे में बताया जा रहे है। उदास और दुखी लोगो की आदते

पता है जब अच्छा समय होता है, तो हमारी गलतियों को भी लोग नजरअंदाज कर देते है। लेकिन जब बुरा समय होता है, तो लोग अच्छे काम में भी कमी निकाल देते है। इसी तरह अच्छे समय में आदतें भी अच्छी होने लगती है और बुरे समय में आदतें भी ख़राब होने लगती है। अर्थात हमारे कार्य लोगों को पसंद नहीं आते है।

दुखी लोग समाज से धीरे धीरे अलग होते जाते है। मानसिक पीड़ा उन्हें धीरे धीरे कमजोर करती रहती है। कुछ विषम परिस्थितियों की वजह से ही इंसान दुखी होता है। कुछ लोग इन परिस्थितियों से जीत जाते है, जबकि कुछ लोग बुरे समय में बुरी गतिविधियों में फस जाते है और अपने जीवन को नष्ट करने लगते है।

दुखी लोगों को दुनियादारी से कोई लेना देना नहीं होता है। वे अपने रिलेटिव से दूर होने लगते है। ऐसे लोगों की रूचि किसी भी काम में नहीं होती है और थोड़े चिड़चिड़ेपन बन जाते है। वे खुद को अकेला महसूस करने लगते है यहाँ आपको दुखी लोगों की आदत के बारे में बताया जा रहा है। आइये जानते है – 15 Habits of Unhappy People in Hindi

दुखी लोगों की आदत : 15 Habits of Unhappy People in Hindi

यह आपको Habits of unhappy people in hindi and Negative people habits in hindi के बारे में बताया जा रहा है। उदास और दुखी लोगो की आदते सकारात्मक लोगो से बिल्कुल अलग होती है। ऐसे लोग अपने आपको सबसे अलग महसूस करते है।

यहाँ आपको दुखी लोगों की आदत के बारे में जानने को मिलेगा। इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप पता लगा सकते है कि दुखी है या नहीं। क्या इन 10 आदतों में से कोई आदत आपके अंदर है। आइये जानते है – दुखी लोगों की आदत : 15 Habits of Unhappy People in Hindi

  1. हमेशा अकेला रहना – दुखी लोगों की आदत 

जो लोग दुखी रहते है या उदास रहते है, वे हमेशा अकेले रहते है। उन्हें लोगों का साथ पसंद नहीं आता है। ऐसे लोग अकेले में अपना समय बिताना पसंद करते है। इन्हे अकेलापन महसूस तो होता है, लेकिन किसी के साथ में शेयर नहीं कर पाते है। ऐसे में ये अपनी जिंदगी धीरे धीरे नष्ट कर रहे होते है।

  1. हमेशा बीती बातों के बारे में सोचना

दुखी लोग अपने पास्ट की बातों के बारे में जयदा सोचते है। ऐसे लोग हमेशा ख्वाबों में खोये रहते है। यदि पास्ट में कोई घटना घटी हुयी होती है, तो उसी के बारे में सोचते रहेंगे। बीती हुयी बातें इन्हे ओर भी ज्यादा दुःख देती है और मानसिक तनाव बढ़ता जाता है।

इस तरह दुखी लोग अपनी वर्तमान लाइफ को भूतकाल लाइफ के साथ में तुलना करने लगते है। ऐसे में बीती बातों को याद करके सिर्फ पछताने के अलावा कुछ नहीं मिलता है। ऐसे लोग अपनी वर्तमान लाइफ एन्जॉय करने के बजाय अपने अतीत में जीते है।

  1. दोस्त नहीं बनाना और ज्यादा बातचीत नहीं करना

दुखी लोगो को ज्यादा मिलना- जुलना पसंद नहीं होता है और ना ही ये लोग किसी से ज्यादा बातचीत करते है। ये लोग हमेशा अकेले में रहना पसंद करते है। ना ही ये नए दोस्त बनाते है और न ही पुराने दोस्तों से ज्यादा बाते करते है।

अपने फ्रेंड सर्किल व रिलेटिव से दूर रहते है और किसी से भी बात करना पसंद नहीं करते है। ऐसे लोग हमेशा अपने सीक्रेट छिपा कर रखते है और अंदर ही अंदर दुखी जीवन जीते रहते है। उदास और दुखी लोगो की आदते

  1. हमेशा समय पर नहीं सोना – दुखी लोगों की आदत 

दुखी लोगों की आदतों में यह सबसे बड़ी समस्या है। दुखी लोग हमेशा समय पर सो नहीं पाते है, जिस वजह से उन्हें नींद से जुडी बीमारी होने लगती है। इन्हे मानसिक तनाव बढ़ता रहता है। रात के समय में दुखी लोगों के मन में वही पुरानी बातें घूमती रहती है, जिस वजह से उन्हें नींद नहीं आती है।

जीवन में कोई ऐसी घटना घटित हुई होती है, जो मानसिक तनाव का कारण बनती है। आजकल भागदौड़ जिंदगी में हर किसी को टेंशन रहती है, जो दुखी व तनावपूर्ण जिंदगी का कारण बनती है। ऐसे में मानसिक तनाव बढ़ने से भी नींद नहीं आती है।

  1. जीवन से हार मान लेना – दुखी लोगों की आदत 

दुखी व उदास लोग शारीरक और मानसिक रूप से बहुत कमजोर होते है। जिससे इनकी लाइफ ओर ज्यादा जटिल हो जाती है। ये अपने जीवन से हार मान लेते है। इस तरह के लोग सोचते है कि मैं अपनी लाइफ में कुछ नहीं कर सकता। मेरी काम करने की क्षमता कम हो गयी है।

दुखी लोग अपने बुरे व अच्छे समय से कुछ नहीं सीख पाते है। उन्हें अपना जीवन बोझ लगने लगता है। उन्हें लगता है कि यह जीवन कभी न खत्म होने वाला संघर्ष है। हम जैसे है वैसे ही ठीक है। इस तरह दुखी लोग जल्दी जीवन से हार मान लेते है। उदास और दुखी लोगो की आदते

  1. दुखी लोगों के साथ में रहना

यह एक ह्यूमन नेचर है कि इंसान अपने तरह के लोगों के साथ में ही दोस्ती करना पसंद करता है। सकारात्मक लोग सकारात्मक लोगों के साथ में दोस्ती करना पसंद करेंगे, जबकि नकारात्मक लोग नकारात्मक लोगों के साथ में दोस्ती करना पसंद करेंगे।

ऐसे में दुखी व उदास व्यक्ति अपने जैसे व्यक्ति के साथ में ही रहेगा तो दोनों जीवन निश्चित रूप से नष्ट होगा। जीवन में कुछ हासिल करने के लिए हमेशा नेगेटिव लोगों से दुरी बनाकर रखे। जीवन को खुशहाल बनाने के लिए नकारात्मक लोगों से दूर रहे।

  1. हमेशा अपनी ही बात करना – दुखी लोगों की आदत 

दुखी व अकेलेपन में रहने वाले लोग हमेशा किसी की नहीं सुनते है। वे अपने आपको ही सब कुछ मानते है। लोगों की बातों को नजरअंदाज करेंगे। लोगों के सामने हमेशा अपनी ही बात को बड़ा चढ़ा कर पेश करेंगे और साबित करने कि कोशिश करेंगे कि वे खुद सही है।

ऐसे लोग अहंकारी हो जाते है। सामने वाला व्यक्ति चाहे अच्छी बातें ही कर रहा हो, लेकिन नकारात्मक लोग हमेशा अपनी बात को सही ठहराने की कोशिश करते है। एक दुखी व्यक्ति सबका ध्यान अपनी ओर खींचने की कोशिश करता है।

  1. हमेशा अपनी समस्याओं को छुपाना

दुखी लोग अपनी समस्या के बारे में किसी से भी बात नहीं करते है। वे अपने सीक्रेट्स लोगों के साथ शेयर करने में शर्मिंदगी महसूस करते है। दुखी लोग अपनी समस्या का सामना करने की बजाय उनसे दूर भागते है। Unhappy People कभी भी सच्ची बातें नहीं बोलते है। वे या तो बात को टाल देंगे या फिर घुमा-फिरा कर बात करेंगे।

  1. हँसी-मजाक सहन नहीं करना

दुखी लोग कभी भी हँसी-मजाक सहन नहीं कर पाते है। छोटा सा मजाक करने पर भी गुस्सा हो जाते है। कई बार तो बात लड़ाई झगड़े तक पहुँच जाती है। दुखी लोग नहीं चाहते है कि उनके साथ कोई मजाक करें या फिर कोई उनका मजाक बनाये। इसलिए वे अपना अधिकांश समय अकेले में बिताते है।

  1. भूलने की आदत लगना – दुखी लोगों की आदत 

अधिक मानसिक तनाव व दुखी जीवन व्यक्ति के जीवन पर भारी पड़ जाता है। बढ़ते तनाव की वजह से मनुष्य का दिमाग धीरे धीरे कमजोर होने लगता है। इस तरह वह चीजों को भी भूलने लगता है। उसके लिए चीजों को याद रखना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।

इस तरह वह एक भुलक्कड़ इंसान बन जाता है। उसके मस्तिष्क के काम करने की क्षमता कम होने लगती है। इस प्रकार उन्हें न तो अपनी बातें याद रहती है और न ही अपने द्वारा रखे हुए सामान याद रहते है। ऐसे में दुखी लोग दिमाग से बहुत कमजोर हो जाते है।

  1. हमेशा समय पर कार्य न करना

दुखी व उदास लोगों के लिए समय की कोई कीमत नहीं होती है। वे किसी भी कार्य को समय पर नहीं करते है। ज्यादातर वे हर काम में आलस करते है। जब इन्हे किसी काम के लिए बोला जाता है तो वे अजीब सा मुँह बनाने लगते है। ये लोग अपनी लाइफ में किसी का इंटरफेयर नहीं चाहते है।

  1. हमेशा चिडचिडा स्वभाव रखना

दुखी लोगों का स्वभाव हमेशा चिडचिडा रहता है। दुखी जीवन व चिड़चिड़ापन का आपस में अच्छा तालमेल है। ऐसे लोगों का व्यवहार बदल जाता है। जब ऐसे लोगों से कोई बात करने की कोशिश करता है, तो वे उसके ऊपर चिल्लाने लगते है। दुखी लोगों को किसी से बातचीत करना अच्छा नहीं लगता है।

  1. हमेशा नकारात्मक जीवन जीना

दुखी व उदास लोग इतने हतास हो जाते है कि वे अपने कुछ अच्छा भी नहीं सोच सकते है। हमेशा बीती बातों के बारे में सोचना उनकी आदत बन जाती है। वे कभी भी इस समस्या से बाहर निकलने के बारे में नहीं सोचते है। वे हमेशा अपनी किस्मत को दोष देते रहते है।

उन्हें अपने आप पर विश्वास नहीं होता है। दुखी लोग हमेशा सोचते है कि हमारी तो किस्मत ही ख़राब है। हमारे साथ कभी भी अच्छा नहीं हो सकता है। ऐसे लोग कभी भी पॉजिटिव थॉट्स नहीं सोचते है। इनके दिमाग में हमेशा नेगेटिव थॉट्स चलते रहते है।

  1. भविष्य का डर लगा रहना – दुखी लोगों की आदत 

दुखी व उदास लोग अपने भविष्य को लेकर भी चिंतित रहते है। उन्हें हमेशा डर लगा रहता है कि भविष्य में मेरे साथ क्या होगा। आगे का जीवन कैसा होगा। मैं जीवन में कुछ कर भी पाउँगा या नहीं। उदास और दुखी लोगो की आदते

वे खुद ही सोच सोच कर अपने दिमाग पर बहुत ज्यादा दबाव बना लेते है, जिससे उनकी मासिक स्थिति बिगड़ने लगती है। यदि ऐसे लोग अपनी परिस्थितियों से बाहर नहीं निकल पाते है, तो इनकी लाइफ हमेशा के लिए ख़राब ही रहती है।

  1. हमेशा दूसरे लोगों से तुलना करना

दुखी लोग अक्सर थोड़े ईर्ष्यालु व गुस्से वाले होते है। उन्हें दूसरे लोगों की सफलता बेकार लगती है। ये लोग हमेशा यही सोचते है कि उनके साथ हमेशा अच्छा होता है , जबकि मेरे साथ बुरा होता है। मेरे साथ कभी भी अच्छा नहीं हो सकता है।

इस तरह इनमे सफल लोगों के प्रति हीन भावना आ जाती है। इस तरह ये खुद को छोटा महसूस करने लगते है और अपनी तुलना सफल लोगों से करने लगते है , जो कि इनके लिए गलत है। यह उनको और ज्यादा दुखी बनाती है।

निष्कर्ष

आशा करता हूँ आपको दुखी लोगों की आदत : 15 Habits of Unhappy People in Hindi लेख अच्छा लगा होगा। यदि आप भी इस तरह का जीवन जी रहे तो जल्दी ही इससे बाहर निकलने के कोशिश कीजिये। इस तरह जीवन जीवन जीना सही नहीं है। यह आपके साथ साथ आपके परिवार को भी दुखी बनाता है।

मैंने इस लेख में Negative people habits in hindi और दुखी लोगों की 15 आदतों के बारे में अच्छे से bataya है। आप इन दुखी लोगों की 15 आदतों के बारे में जानकर आसानी से किसी भी व्यक्ति के जीवन के बारे में पता लगा सकते है। दुखी लोगों की आदत दुसरो के जीवन को भी प्रभावित करती है।

इसीलिए दुखी लोगों से दूर रहे तो अच्छा है। अपने जीवन को खुशहाल बनाने के लिए अच्छे दोस्त बनाये और हमेशा खुद को मोटीवेट रखे। जीवन को सफल बनाने के लिए सफल लोगों का अनुसरण करें। बुरे लोगों की संगत से बचें। आपको यह लेख दुखी लोगों की आदत : 15 Habits of Unhappy People in Hindi कैसा लगा कमेंट बॉक्स में अपना सुझाव दे।

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