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शिलाजीत खाने के फायदे और नुकसान-Benefitis and side effects of shilajit

शिलाजीत के 10 फायदे और नुकसान

शिलाजीत खाने के फायदे और नुकसान। शिलाजीत का नाम सुनते ही आपके मन में क्या आता है ? जाहिर सी बात है शिलाजीत को मर्दानगी बढ़ाने वाला पदार्थ माना जाता है। ज्यादातर लोग शिलाजीत को वियाग्रा या सेक्स पावर बढ़ाने वाली औषधि के रूप में जानते  है। परन्तु बहुत कम लोग जानते है कि शिलाजीत के ओर भी बहुत फायदे है। आयुर्वेद में यह बहुत सारी बीमारियों के उपचार में काम आता है।  प्राचीन समय से ही इसका उपयोग आयुर्वेदिक औषधि के रूप में होता आया है। आज मैं आपको बताऊंगा कि शिलाजीत क्या है ? , शिलाजीत खाने के फायदे और नुकसान। तथा इसका उपयोग कैसे करना चाहिए। आइये जानते है शिलाजीत के फायदे और नुकसान

Table of Contents

शिलाजीत खाने के फायदे और नुकसान- Benefitis and side effects of shilajit in hindi 

मैं आपको शिलाजीत खाने के फायदे और नुकसान बताऊंगा जो आपको एक मजबूत बॉडी और बीमारियों से दूर रहने में मदद करेगी। परन्तु हम पहले यह जान लेते है की शिलाजीत क्या होती है। इसके गुण , प्रकार , सेवन आदि के बारे में।

शिलाजीत क्या होती है ? What is shliajit ? 

शिलाजीत एक गाढ़े भूरे रंग का चिपचिपा पदार्थ होता है। शिलाजीत कड़वा, कसैला, उष्ण, वीर्य तथा शुक्राणुओं की मात्रा बढ़ाने वाला होता है। शिलाजीत देखने में तारकोल के समान काला और गाढ़ा पदार्थ होता है जो सूखने पर चमकीला हो जाता है। यह जल में घुलनशील होता है, किन्तु एल्कोहोल, क्लोरोफॉर्म तथा ईथर में नहीं घुलता है। शिलाजीत का उपयोग आमतौर पर आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है। आयुर्वेद में शिलाजीत को बलपुष्टिकारक, ओजवर्द्धक, दौर्बल्यनाशक एवं धातु पौष्टिक के रूप में उपयोग किया जाता है। यह बहुत  प्रभावी और सुरक्षित होती है। यह संपूर्ण स्वास्थ्य  पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। शिलाजीत कम टेस्टोस्टेरोन , भूलने की बीमारी (अल्जाइमर), क्रोनिक थकान सिंड्रोम, आयरन की कमी से होने वाला रक्ताल्पता, पुरुष प्रजनन क्षमता में कमी  (पुरुष बांझपन, हृदय के लिए लाभदायक है। आयुर्वेद में शिलाजीत का उपयोग अधिकांश नुस्खों के रूप में किया जाता है

शिलाजीत कहाँ मिलती है ? Where is found shilajit ?

शिलाजीत मुख्य रूप से हिमालय की चट्टानों में पायी जाती  है। यह मध्य एशिया की ऊँची ऊँची चोटियों पर पायी जाती  है। पाकिस्तान में यह ज़्यादातर गिलगित-बालटिस्तान की पहाड़ियों में पायी जाती है। यह इतनी आसानी से नहीं मिलता है। इसे प्राप्त करने के लिए पहाड़ की ऊँची ऊँची चोटियों पर चढ़ना होता है।  यह अशुद्ध रूप में प्राप्त होता है। बाद में इसे कुछ विधियों के द्वारा शुद्ध किया जाता है। शिलाजीत मई और जून की कड़ी गर्मी में पहाड़ों के पसीने के रूप में निकलता हैं। हिमालय के पहाड़ भारत नेपाल पाकिस्तान तिब्बत जैसे देशों में फैले हुए हैं। यह ज़्यदातर पहाड़ो और गुफाओ में मिलती है। इसे ढूंढ़ना इतना आसान नहीं होता है। अतः इन्ही इलाको से शिलाजीत को कड़े परिश्रम के बाद प्राप्त किया जाता है।

शिलाजीत कैसे बनती है ? How to make shilajit ?

कई सालों तक अनेक अनेक पेड़-पोधो के भीष्ण गर्मी में तपने और सड़ने से इसका निर्माण होता है। ज़्यदातर शिलाजीत मई और जून की भीष्ण गर्मी में पहाड़ों के पसीने के रूप में निकलता हैं। इसका निर्माण एक दिन, एक महीने या एक साल  में नहीं होता है।  इसे बनने में कई वर्ष लग जाते है।  यह मुखतय पहाड़ का पसीना ही होता है जो मई व जून की भीष्ण गर्मी में बनता है। यह हिमालय की चोटियों पर पाया जाता है जिससे इसकी खोज करना भी मुश्किल होता है। हिमालयी क्षेत्रो में बर्फ से ढकी हुई पहाड़ियों पर इसे ढूंढ़ना लोहे के चने चबाने जैसा होता है। कई बार तो यह मिलती भी नहीं है। इस वजह से खोजकर्ताओं को वापस लौटना पड़ता है

शिलाजीत की तासीर :- Effects of Shilajit

शिलाजीत की तासीर गर्म होती  है। साथ ही यह पचने में भी बहुत भारी होता है  अर्थात इसका पाचन सरलता से नहीं होता है। यह शरीर में अत्यधिक गर्मी उत्पन करता है इसलिए इसका उपयोग गर्मियों में नहीं करना चाहिए।  यदि आपको गर्मी में इसका सेवन करना है तो डॉक्टर की सलाह तथा कम मात्रा में करना चाहिए। मैं आपको सलाह देना चाहूँगा कि आप इसका उपयोग सर्दियों में करे। और  एक निश्चित मात्रा  में करे।

शिलाजीत के प्रकार :- Types of Shilajit

शिलाजीत का रंग सफ़ेद से गाड़ा भूरे रंग का होता है। अतः इस आधार पर शिलाजीत को मुख्यत 4 भागो में विभाजित किया गया है।  रजत शिलाजीत, स्वर्ण शिलाजीत, लौह शिलाजीत और ताम्र शिलाजीत। अतः इन सभी प्रकार की शिलाजीत के गुण तथा फायदे उनकी प्रकृति के आधार पर अलग अलग होते है।

शिलाजीत खाने के फायदे :- health Benefits of Shilajit

1. सेक्स पावर बढ़ाने में  (शिलाजीत खाने के फायदे)

शिलाजीत को इंडियन वियाग्रा के नाम से जाना जाता है। प्राचीन समय से ही इसका प्रयोग मर्दानगी बढ़ाने में किया जाता है। इसमें  पुरुष टेस्टोस्टेरॉन हॉर्मोन को बढ़ाने की क्षमता पाई जाती है। इसमें 80 से भी ज्यादा खनिज पदार्थ पाए जाते हैं। जो वीर्य की मात्रा बढ़ाने में , स्पर्म की संख्या को बढ़ाने में , बैक्टीरियल इंफेक्शन को ठीक करने में सहायक होता है। इसके सेवन से लिंग में एक अद्भुत ऊर्जा देखने को मिलती है। साथ ही लिंग में  रक्त का प्रवाह लम्बे समय तक रहता है।  जिन पुरुषो का सेक्स स्टैमिना कमजोर हो उन्हें डॉक्टर की सलाह के आधार पर इसका सेवन करना चाहिए।

 

शिलाजीत के 10 फायदे और नुकसान
शिलाजीत के 10 फायदे और नुकसान

2. डायबिटीज ( मधमेह ) के उपचार में – शिलाजीत खाने का लाभ 

पूरी दुनिया में डाइबिटीज तेजी से अपना पैर फैला रहा है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज है भी , और नहीं भी। शिलाजीत का उपयोग करने से डाइबिटीज में राहत मिल सकती है। इसमें एंटी-डायबिटिक गुण पाया जाता है जो ब्लड में शुगर का लेवल कम करने में सहायक होता है। शिलाजीत डी- 400 रक्त में ग्लुकोज़ के स्तर को कम करता है और डाइबिटीज़ के कारण होनी वाली पेनक्रिया से बचाता है। अतः शिलाजीत के सेवन से डाइबिटीज़ को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

3. थकान को दूर करने में -शिलाजीत का गुण 

आजकल लोगो में मोटापा तेजी से बढ़ रहा है  जिससे लोगो में शारीरक कमजोरी भी उत्पन हो रही है। केवल मोटापे से ग्रस्त लोगो में ही यह प्रॉब्लम देखने को नहीं मिलती है आजकल की युवा पीढ़ी में भी यह प्रॉब्लम हो रही है। शिलाजीत में आयरन  और फोलिक एसिड की मात्रा होती है जो शरीर से थकान के विकारो को दूर करती है। अतः शरीर  को लोहे जैसा सुडोल बनाने के लिए शिलाजीत का सेवन करना चाहिए।

4. मूत्र संबंधी बीमारियों को दूर करने में (शिलाजीत खाने के फायदे)

मसालेदार या ज्यादा चटपटा खाना खाने से यूरिन और गुर्दे की कार्यप्रणाली कमजोर हो जाती है। शिलाजीत के सेवन से मूत्राशय और गुर्दे को स्वस्थ रखा जा सकता है। यह मूत्र में जलन तथा पथरी की बीमारी से भी छुटकारा दिलाता है। एक शोध में यह पाया गया कि शिलाजीत में  प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाला  गुण पाया जाता है। जिसके कारण यह मूत्र सम्बंधित विकारो को दूर करता है।  अतः शिलाजीत मूत्राशय व गुर्दे को स्वस्थ रखता है।

5. दिल को स्वस्थ रखने में –शिलाजीत का गुण

जिन लोगो को डाइबिटीज़ , ब्लड प्रेशर , व थकान की समस्या होती है , ऐसे लोगो को हृदय सम्बंधित बीमारी अवश्य होती है। शिलाजीत के सेवन से इन बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है।  इसके सेवन से ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है। एक्चुअली इन विकारो से ही ह्रदय सम्बंधित विकार उत्पन होते है। यदि आप डॉक्टर की सलाह से शिलाजीत का सेवन करते है तो आप अपने ह्रदय को स्वस्थ रख सकते है। एक शोध में शिलाजीत को हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी मन गया है।

6. यादाश्त को बढ़ाने में (शिलाजीत के सेवन का फायदा)

इस तनाव भरे जीवन में टेंशन किसे नहीं होती है। बहुत से लोग डिप्रेशन में रहते है। जिसके कारण लोगो में मानसिक विकार उत्पन हो और अपनी स्मरण शक्ति को कमजोर कर बैठते है। शिलाजीत में फुलविक एसिड होता है जो स्मरण शक्ति को बढ़ाने में सहायक होता है। शिलाजीत व्यक्ति की यादाश्त को को बढ़ाता है , तनाव को दूर करता है , तथा दिमाग को पोषित करता है।

7. एनीमिया के उपचार में – शिलाजीत का उपयोग

गलत खानपान की वजह से शरीर में खून की कमी हो जाती है। अर्थात ब्लड की कमी से ही एनीमिया होता है । एनीमिया से शरीर में थकान और चक्कर आने लगते है। एनीमिया के कारण साँस लेने में तकलीफ होने लगती है। अतः यह सब आयरन की कमीं के कारण होता है। शिलाजीत का सेवन एनीमिया के उपचार में रामबाण साबित हो सकता है। शिलाजीत में ह्यूमिक एसिड होता है और आयरन भी पर्याप्त मात्रा में होता है जो बॉडी में ब्लड निर्माण का कार्य करते है।  यह बॉडी को स्पूर्ति तथा ऊर्जावान व जोशीला बनाता है।

8 . उच्च  रक्तचाप को कम करने में – शिलाजीत का उपयोग 

मानसिक तनाव व डिप्रेशन की वजह से बहुत से लोगो को B.P की प्रॉब्लम है। इसमें आदमी चिड़चडा,झगड़ालू और परेशान रहता है। शिलाजीत के सेवन से इस समस्या का उपचार किया जा सकता है। एक मेडिकल शोध में पाया गया है कि शिलाजीत में हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के गुण होते है। अतः इस गुण के कारण  शिलाजीत का प्रयोग हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए किया जाता है।  इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर करे।

9 . यौन सम्बंधित विकारो को दूर करने में (शिलाजीत खाने के फायदे)

इस भाग-भरी जिंदगी में बहुत से लोगो में सेक्सुअल प्रॉब्लम देखने को मिलती है। यौन विकार उत्पन होने के  बहुत से कारण हो सकते है।  शिलाजीत इन विकारो को दूर करने में रामबाण आयुर्वेदिक औषधि है। यह एक अच्छा सेक्स टॉनिक अर्थात इंडियन वियाग्रा है।  दुनिया का सबसे प्राचीन साहित्य ”कामसूत्र” में भी शिलाजीत का विवरण मिलता है। यह लिंग में सेक्स इच्छा तथा सेक्स स्टैमिना को बढ़ाता है।  सेक्सुअल लाइफ में चारचाँद लगता है। यह महिलाओ में बाँझपन को दूर करता है तथा गर्भशय को गर्भ धारण करने योग्य बनाता है। महिलाओ में मासिक धर्म चक्र को नियंत्रित करता है और साथ में गर्भाशय को मजबूत व स्वस्थ बनाता है।  पुरुषो में यह शुक्राणुओं की मात्रा को बढ़ाता है।

10. कोलेस्ट्रोल को कम करने में – शिलाजीत का उपयोग 

फ़ास्ट फुड और ऑयली खाना खाने से आज ज्यादातर लोगो को कोलेस्ट्रॉल की समस्या है। कोलेस्ट्रॉल से ब्लड सर्कुलेशन में प्रॉब्लम आती है। जो हार्ट अटैक का कारण बनती है। शिलाजीत के सेवन से कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है। शिलाजीत के प्रभाव को समझने के लिए चूहों पर शोध किया गया जिसका यह नतीजा निकला कि शिलाजीत का एक मुख्य गुण सम्पूर्ण लिपिड को स्वस्थ करता है। अतः हाई कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए डॉक्टर की सलाह पर शिलाजीत का सेवन करना चाहिए।

इसके अलावा शिलाजीत का सेवन जवान बने रहने के लिए अर्थात बढ़ती उम्र के प्रभावों कम करने के लिए , स्किन को ग्लोइंग बनाये रखने के लिए , अल्जाइमर के उपचार में भी किया जाता है।  शिलाजीत एंटीऑक्सीडेंट ,आयरन , फुलविक एसिड ,सेलेनियम और खनिजों का संगम तथा 80 खनिज पदार्थ होते है जो बॉडी को लोहे जैसे मजबूत बनाता है।  इसके नाम से ही पता चलता है।  शिलाजीत – पहाड़ को जितने वाला।

शिलाजीत का सेवन करते समय कौन कौन सी बातो का ध्यान रखे

  1. शिलाजीत का सेवन करते समय कुछ बातो का ध्यान रखना जरुरी होता है। कुछ विशेष शर्त पर ही आप इसका सेवन कर सकते है। आइए जानते है – क्या क्या सावधानियाँ बर्ते।
  2. जब आप शिलाजीत का प्रयोग करो तब आपको  मिर्च-मसाले, मांस, मछली, खटाई, अंडे, शराब, रात में देर तक जागना, दिन में सोना आदि को परहेज कर देना चाहिए।  और साथ में व्यायाम व जिम करना चाहिए।
  3. शिलाजीत की तासीर गर्म होती है इसलिए जिस व्यक्ति के शरीर में पहले से ही गर्मी  हो तो उसे शिलाजीत का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
  4. शिलाजीत से ब्लड प्रेशर कम होता है। अतः यह हाई ब्लड प्रेशर की दवा लेने वाले मरीजों के लिए खतरनाक साबित होता है। अतः ऐसे लोगो को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
  5. दिल के मरीजों या हाइपरटेंशन जैसे मरीजों शिलाजीत का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
  6. महिलाओ को गर्भावस्था में शिलाजीत का उपयोग नहीं करना चाहिए। अन्यथा इसके भयानक परिणाम देखने को मिल सकते है।
  7. बाजार में मिलने वाली नकली शिलाजीत से सावधान रहना चाहिए।  तथा अच्छी ब्रांड व गुणवत्ता वाली शिलाजीत का ही प्रयोग करना चाहिए।
शिलाजीत के 10 फायदे और नुकसान
Row material of shilajit

शिलाजीत के नुकसान – Side effects of shilajit 

वैसे तो शिलाजीत एक आयुर्वेदिक औषधि है। आयुर्वेदिक औषधि शरीर में नुकसान नहीं करती है।  परन्तु किसी चीज की ज्यादा मात्रा में सेवन करने से उसके कुछ नुकसान आपको उठाने पद सकते है।  आइये जानते है कौन कौन से नुकसान है।

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  1. शिलाजीत की तासीर गर्म होती है।  अतः इसकी ज्यादा मात्रा लेनी से बॉडी में अत्यधिक गर्मी उत्पन हो सकती है।
  2. इसमें आयरन की मात्रा अधिक होती है। अतः ज्यादा सेवन करने से आयरन से सम्बंधित रोग हों सकते है।
  3. यह पाचन में भारी होता है। अतः इसके ज्यादा सेवन से स्किन पर फफोले , या स्किन सम्बंधित विकार पैदा हो सकते है।
  4. B.P की दवा लेने वालो को इसका सेवन नहीं करना चाहिए क्योकि इसमें ब्लड प्रेशर को कम करने का गुण पाया जाता है।
  5. गर्भवती महिलाओ को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए
  6. शिलाजितका सेवन हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही करे।  और एक अच्छी गुणवत्ता वाली या अच्छे ब्रांड की प्रयोग करे।

शिलाजीत का सेवन कैसे करे –  how to consume shilajit

शिलाजीत का सेवन डॉक्टर की सलाह पर करना चाहिए। इसका अधिक मात्रा में सेवन काफी नुकसानदायक हो सकता है। चूँकि शिलाजीत तरल रूप व पाउडर दोनों रूप में होती है।आप शिलाजीत की उतनी ही मात्रा का सेवन करे जितनी आप पचा सको। आप मटर के दाने के बराबर इसका सेवन कर सकते है। इसको पानी या दूध में मिलाकर कर रात को इसका सेवन करे।

शिलाजीत का सेवन कब करना चाहिए 

इसका सेवन आप gym करने के बाद तथा रात्रि में करना चाहिए। गर्मी के दिनों में इसका सेवन नहीं करना चाहिए। क्योकि इसकी तासीर गर्म होती है। इसका उपयोग करने से पहले आप एक बार डॉक्टर से भी परामर्श ले।

असली और नकली शिलाजीत की पहचान कैसे करे?-How to identify real and fake shilajit

आजकल बाजार में ठगो की कमी नहीं है। बहुत से लोगो ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए नकली माल बेचते है। ऐसे लोगो को ग्राहकों की सेहत का खयाल नहीं होता है। उन्हें बस अपने मुनाफे से मतलब होता है। आइए जानते है असली और नकली शिलाजीता की पहचान

  1. शिलाजीत का एक छोटा सा टुकड़ा लेकर उसे एक लड़की के टुकड़े पर रखकर आग में जलाना शुरू करे। यदि आग में जलने से शिलाजीत फूलने लगे तो यह असली है। और यदि शिलाजीत का टुकड़ा पिघलकर नीचे गिरने लगे तो यह नकली है।
  2. शिलाजीत के एक छोटे से टुकड़े को आग में आग में डालने पर यदि धुंआ निकलने लगता है तो यह  शिलाजीत नकली है। अगर धुंआ नही निकलता है तो असली है।
  3. शिलाजीत का एक छोटा सा टुकड़ा लेकर उसे पानी में डालते। यदि शिलाजीत तार-तार होकर पानी में बैठ गया तो यह असली है। अन्यथा यह नकली है।
  4. यदि शिलाजीत को सूंघने पर उसमें से गौमूत्र की गंध आए तथा वह हल्का-सा काला और चिकना हो तो यह असली है। अन्यथा यह नकली है।
  5. पानी या गर्म पानी में शिलाजीत को घोलने पर यह थोड़ी ही देर में घुल जाता और कोई भी गन्दगी सतह पर नहीं होती है जबकि नकली या मिलावट होने पर कुछ गन्दगी  निचे सतह पर रह जाती  है।

 सारांश – Summary 

शिलाजीत खाने के फायदे और नुकसान ।  शिलाजीत को ज्यादातर लोग सेक्स पॉवर बढ़ाने वाली औषधि के रूप में जानते है। इसमें सेक्स दुर्बलता को दूर करने की क्षमता होती है। शिलाजीत में सेक्स इच्छा जाग्रत करने , शुक्राणुओं की वृद्धि करने , सेक्स स्टैमिना बढ़ाने , शीघ्रपतन , स्वपनदोष , धातुकर्म , तथा महिलाओ में सेक्स सम्बंधित विकारो दूर करने की क्षमता होती है। महिलाओ में यह बाँझपन को दूर करने में सहायक होता है।  इसमें अनेक रोगो से लड़ने की ताकत होती है।  ”कामसूत्र” में शिलाजीत का वर्णन मिलता है। मार्केट में बहुत सारे नकली ब्रांड मिलते है। अतः असली नकली ब्रांड की पहचान करके ही इसका सेवन करे।

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