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सोयाबीन खाने के फायदे और नुकसान : Soyabean Benefits in Hindi 

सोयाबीन खाने के फायदे और नुकसान : Soyabean Benefits in Hindi 

सोयाबीन एक तिलहन फसल है, जिससे तेल निकला जाता है। रोज मॉर्निंग में अंकुरित सोयाबीन खाने के फायदे ( Soyabean ke fayade ) बहुत है। लेकिन ज्यादा मात्रा में खाने से सोयाबीन के नुकसान ( Soyabean ke Nuksan ) भी आपके ऊपर दिखाई दे सकते है। इसीलिए पर्याप्त मात्रा में सोयाबीन का सेवन करे। सोयाबीन प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है।

यदि आप रेगुलर जिम कर रहे है और आप एक सुडोल बॉडी बनाना चाहते है, तो आपके लिए अंकुरित सोयाबीन खाना बेहद फायदेमंद ( Soyabean ke fayade )  होगा। सोयाबीन में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, फैटी एसिड, विटामिन्स, मिनरल्स जैसे पोषक अवयव होते है। जो शरीर की मांशपेशियों की वृद्धि और उन्हें मजबूत बनाने के लिए आवश्यक होते है।

आपको इस लेख में अंकुरित सोयाबीन खाने के फायदे ( Soyabean ke fayade ) , सोयाबीन के नुकसान ( Soyabean ke Nuksan )और सोयाबीन खाने के( Soyabean ka sewan ) तरीको के बारे में बताया जा रहा है। यदि आप एक मजबूत बॉडी और अष्ट-पुष्ट शरीर बनाना चाहते है, तो अंकुरित सोयाबीन आपके लिए रामबाण सिद्ध होगा।

शाकाहारी लोगो के लिए यह एक अच्छा स्रोत है। इसके अलावा यह शरीर को एनीमिया (लाल रक्त कोशिकाओं की कमी) और ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों का कमजोर होना) नामक बीमारियों से भी सुरक्षित रखता है। आइये जानते है सोयाबीन खाने के फायदे और नुकसान : Soyabean Benefits in Hindi

सोयाबीन क्या हैं ?

सोयाबीन एक प्रकार की तिलहन फसल है। जिससे तेल निकाला जाता है। सोयाबीन के बीज क्रीम कलर के होते है। मध्य भारत व दक्षिण भारत में इसकी खेती की जाती है। सर्वप्रथम सोयाबीन की खेती चीन में की गई थी। लेकिन आज दुनिया के अधिकांश हिस्सों में सोयाबीन की खेती की जाती है।

सोयाबीन को प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, मिनरल व वसा का अच्छा स्रोत मन जाता है। वर्तमान में सोयाबीन से अनेक प्रकार के प्रोडक्ट बनाए जाते है जैसे – सोया मिल्क, टोफू, सोया सॉस, सोया पनीर, सोया प्रोटीन, सोया पेस्ट, सोयाबीन ऑयल आदि। रोजाना मॉर्निंग में अंकुरित सोयाबीन खाना ( Soyabean ka sewan ) शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

सोयाबीन के पौष्टिक तत्व – Soyabean Nutritional Value in Hindi

सोयाबीन में कई पौष्टिक तत्व (Nutritional Element ) पाए जाते है, जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन, मिनरल, फाइबर व वसा प्रचुर मात्रा में पाए जाते है। आइये जानते है सोयाबीन में कौनसा तत्व (Soyabean Nutritional Value in Hindi) कितनी मात्रा में पाया जाता है।

पोषक तत्व (Nutritional Element) मात्रा प्रति 100 Gram
ऊर्जा 147 kcal
प्रोटीन 12.95 g
फैट (टोटल लिपिड) 6.8 g
कार्बोहाइड्रेट 11.05 g
फाइबर 4.2 g
जल 67.5 g
नियासिन 1.65 mg
विटामिन B -6 0. 065 mg
थाइमिन 0.435 mg
विटामिन C 29 mg
विटामिन A 9 µg
राइबोफ्लेविन 0. 175 mg
फैटी एसिड्स (टोटल सैचुरेटेड) 0. 786 g
फैटी एसिड्स ( टोटल मोनोसैचुरेटेड ) 1.284 g
फैटी एसिड्स ( टोटल पोलयूंसैचुरेटेड ) 3.2 g
कैल्शियम 197 gm
आयरन 3.55 mg
फास्फोरस 194 mg
जिंक 0.99 mg
पोटैशियम 620 mg
मैग्नीशियम 65 mg
सोडियम 15  mg

अंकुरित सोयाबीन खाने के फायदे

1. वजन संतुलित में सोयाबीन खाने के फायदे

एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार अंकुरित सोयाबीन का सेवन ( Soyabean ka sewan ) करने से वजन संतुलित रहता है। इसके अलावा अतिरिक्त बड़ी हुई चर्बी कम होती है। चूँकि सोयाबीन में प्रोटीन अधिक होता है, जिसे पचाने के लिए अधिक एनर्जी की आवश्यकता होती है। जिस वजह से यह वजन को कम करने में सहायक होता है। यह शरीर में फैट बढ़ने से रोकता है। जब आप अंकुरित सोयाबीन का सेवन करते है, तब आपको एक्सरसाइज व जिम अवश्य करना चाहिए।

2. डाइबिटीज़ में सोयाबीन के फायदे

सोयाबीन में पाया जाने वाला प्रोटीन ग्लूकोज के लेवल को नियंत्रित करता है और इंसुलिन को संतुलित करता है। चूँकि सोयाबीन में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है, जिस वजह से सोयाबीन से बने प्रोडक्ट का सेवन करना डाइबिटीज़ मरीजों के लिए लाभदायक होगा। अतः डाइबिटीज़ के मरीज डॉक्टर की सलाह पर सोयाबीन का सेवन ( Soyabean ka sewan ) कर सकते है।

3. हृदय के लिए सोयाबीन के लाभ

हृदय को स्वस्थ रखने में सोयाबीन काफी उपयोगी है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्व ब्लड में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करते है। सोयाबीन LDL की मात्रा को कम करने में मदद करता है। इसमें उपस्थित लेसितिण (lecithin) नामक पदार्थ धमनियों व शिराओं में कोलेस्ट्रॉल को जमने से रोकता है। इस प्रकार यह हृदय के रोगों से पीड़ित लोगो के लिए फायदेमंद होता है।

4. हड्डियों की मजबूती के लिए सोयाबीन के फायदे

सोयाबीन में उपस्थति कैल्शियम, फास्फोरस व प्रोटीन हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करता है। अंकुरित सोयाबीन खाने ( Soyabean ka sewan ) से बॉडी में कैल्शियम की कमी भी दूर होती है, जिससे ऑस्टियोआर्थराइटिस (osteoarthritis) जैसे रोगों से बचा जा सकता है। इसके अलावा इसमें फाइटोएस्ट्रोजेन्स  (phytoestrogens) पाया जाता है, जो हड्डियों को कमजोर होने से बचता है।

5. कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण करने के लिए

बढ़ते कोलेस्ट्रॉल से शरीर में ह्रदय सम्बंधित बिमारियों का जन्म होता है। ऐसे में हार्ट अटैक की संभावना अधिक बढ़ जाती है। सोयाबीन में मौजूद आइसोफ्लेवोंस धमनियों में कोलेस्ट्रॉल को जमने से रोकता है। यह ब्लड में LDL की मात्रा को कम करने का कार्य करता है। जबकि HDL को संतुलित बनाये रखता है।

6. कैंसर में सोयाबीन के फायदे

सोयाबीन में आइसोफ्लेवोंस पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा इसमें फाइटोकेमिकल्स के समूह भी पाए जाते है। ये दोनों रसायन बॉडी में कोशिकाओं का समूह बनने से रोकते है। सोयाबीन के सेवन ( Soyabean ka sewan ) से स्तन और गर्भाशय से संबंधित कैंसर से बचने में भी मदद मिल सकती है। अतः अंकुरित सोयाबीन खाने से कैंसर जैसे रोगो से बचा जा सकता है।

7. अच्छी नींद के लिए करे सोयाबीन का सेवन

सोयाबीन में फाइटोएस्ट्रोजन हार्मोन होता है, जो रासायनिक संरचना में मानव एस्ट्रोजन से मिलता-जुलता है। यह एस्ट्रोजन अच्छी नींद के लिए फायदेमंद होता है। एक रिसर्च के अनुसार इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट व मैग्नेशियम अनिंद्रा की समस्या को कम करने में सहायक होते है।

8. डिप्रेशन कम करने के लिए करे सोयाबीन का सेवन

सोयाबीन में मौजूद विटामिन्स व मिनरल्स मानसिक तनाव को कम करने का कार्य करते है। यह अच्छी नींद में सहायक होता है, जिससे अवसाद कम होने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद फास्फोरस की मात्रा मानसिक रोगों से छुटकारा दिलाती है।

9. एनीमिया में फायदेमंद है सोयाबीन का सेवन करना

सोयाबीन ब्लड, ह्रदय, हड्डियों आदि को स्वस्थ रखने में फायदेमंद है। इसमें मौजूद आयरन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, विटामिन, मिनरल शरीर की रक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते है। अतः सोयाबीन का दूध बनाकर पीने से एनीमिया जैसे रोगो से बचा जा सकता है। यह एनीमिया में बहुत फायदेमंद होता है। इसके अलावा यह ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों का कमजोर होना) नामक बीमारियों से भी दूर रखता है।

10. मासिक धर्म में सोयाबीन खाने के फायदे

महिलाओं में मासिक धर्म असंतुलित होने से शरीर में एस्ट्रोजन (estrogen) की कमी हो जाती है। जिससे महिलाओं की हड्डियां कमजोर होने लगती है। जिससे उन्हें ऑस्टियोआर्थराइटिस (osteoarthritis) की बीमारी का खतरा बना रहता है। इस स्थिति में सोयाबीन का सेवन करना फायदेमंद होगा।

एस्ट्रोजेन हार्मोन के निर्माण में सोयाबीन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है, जिससे महिलाओ के मासिक धर्म में सुधार होता है। कुछ महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान डिसमेनोरिया की समस्या होती है। इस दौरान महिला को गर्भाशय में असहनीय दर्द होता है। सोयाबीन का सेवन ( Soyabean ka sewan ) करके इन सब बिमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है।

11. ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सोयाबीन खाने के फायदे

सोयाबीन में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पायी जाती है। अतः सोयाबीन से बने सप्लीमेंट्स लेने से सिस्टोलिक और डायस्टोलिक रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए सोयाबीन प्रोटीन से बने सप्लीमेंट्स का सेवन करना फायदेमंद होता है।

12. त्वचा के लिए फायदेमंद है सोयाबीन

सोयाबीन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट व मिनरल्स एंटी-एजिंग का भी कार्य करते है। साथ ही इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी व कोलेजन का गुण पाया जाता है। ये सभी त्वचा को स्वस्थ बनाये रखते है। यदि आप जिम करते है और सोया-प्रोटीन का सेवन करते है, तो यह आपकी स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होती है।

13. बालों के लिए सोयाबीन खाने का लाभ

सोयाबीन बालो के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। सोयाबीन में मौजूद फाइबर, विटामिन-B, विटामिन-C, और अन्य मिनरल्स बालो की जड़ो को मजबूत बनाते है और उन्हें झड़ने से बचाते है। इसमें मौजूद आयरन बालों को झड़ने से रोकता है।

14. शारीरिक विकास में सोयाबीन खाने के फायदे

जिम में पसीना बहाने वालो के लिए सोयाबीन बहुत फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद प्रोटीन व फाइबर मांसपेशियां के विकास में योगदान देते है। यह त्वचा, नाखून, बाल, मांसपेशियां, फेफड़ों, हृदय, शरीर के आंतरिक भागो की रचना आदि के विकास में मदद करता है।

सोयाबीन के नुकसान (Side Effects of Soybean in Hindi)

वैसे तो सोयाबीन का कोई भी साइड इफेक्ट्स नहीं है। लेकिन किसी भी सामग्री के अधिक सेवन से उसके नुकसान दिखने लग जाते है। ठीक इसी प्रकार सोयाबीन का अधिक सेवन करने से भी सोयाबीन के नुकसान ( Soyabean ke Nuksan ) देखने को मिल सकते है, जो इस प्रकार है।

  1. सोयाबीन के अधिक सेवन से एलर्जी की समस्या हो सकती है।
  2. सोयाबीन का सेवन अधिक मात्रा में करने से कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ सकता है, जो ह्रदय सम्बंधित समस्या उत्पन कर सकता है।
  3. अधिक मात्रा में सोयाबीन का सेवन करने से यौन सम्बंधित समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है।
  4. सोयाबीन में फाइटोएस्ट्रोजेन पाया जाता है, जिस वजह से इसका अधिक सेवन करना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। यह आपके हार्मोन, लिबिडो पॉवर, स्‍पर्म और प्रजनन पॉवर को कम कर सकता है।
  5. गर्भवती महिलाओ और स्तनपान कराने वाली माताओ को सोयाबीन या सोयाबीन दूध का अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए।
  6. जो लोग फैमली प्लानिंग कर रहे उनको इसके अधिक सेवन से बचना चाहिए। क्योंकि इसके अधिक सेवन से स्‍पर्म की संख्या कम होती है। साथ ही कामोतेजना भी कम होती है।

सोयाबीन का सेवन कैसे करे ?

सोयाबीन का सेवन ( Soyabean ka sewan ) आप कई तरीके से कर सकते है। सोयाबीन के बीजों की सब्जी बनाकर भी आप इसका सेवन कर सकते है। इसके अलावा आप सोयाबीन को अंकुरित करके भी खा सकते है। सोयाबीन से तेल निकालकर सब्जी बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है। आप सोयाबीन से दूध बनाकर भी इसका सेवन कर सकते है।

जिन लोगों को गाय का दूध पचता नहीं होता है, वे सोया मिल्क का उपयोग कर सकते हैं। सोया मिल्क में कम कैलोरी, कम फैट और अधिक प्रोटीन होता है। आप सोयाबीन को सूप की तरह भी उपयोग कर सकते है। इसके अलावा आप सोयाबीन की मंगोड़ी से सोया कड़ी बना सकते है, जो कि बहुत स्वादिष्ट होती है।

FAQ

Q :  सोयाबीन के बीज भिगोकर खाने से क्या होता है ?
Ans :  सोयाबीन के बीज भिगोकर खाने से शरीर मजबूत बनता है। बॉडी में आयरन, प्रोटीन , मिनरल्स, फोलिक एसिड, कार्बोहाड्रेट, विटामिन-B, विटामिन-C, व अन्य उपयोगी मिनरल्स की पूर्ति होती है। अंकुरित सोयाबीन खाने से बॉडी फाइबर बनते है और मांशपेशियां मजबूत होती है।

Q :  सोयाबीन के बीज को कैसे खाये ?
Ans :  सोयाबीन के बीज को कई तरीको से खाया जा सकता है। सोयाबीन के बीज का आप सोया मिल्क बनके भी सेवन कर सकते है। इसके अलावा आप सोयाबीन को भिगोकर अंकुरित करके खा सकते है।

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