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Babita Phogat biography in hindi : पहलवान बबिता फोगाट का जीवन परिचय

Babita Phogat biography in hindi : पहलवान बबिता फोगाट का जीवन परिचय

बबिता फोगाट का जीवन परिचय, जीवनी, जन्म, शिक्षा, फैमिली, करियर, अवार्ड, विवाद ( Babita Phogat biography in hindi, Babita Phogat Success Story, Birth, Education, Family, Career, Award, Age )

बबीता फोगट एक भारतीय महिला पहलवान हैं। उन्होंने अपनी पहलवानी से दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। साल 2010 और साल 2018 में राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने सिल्वर मैडल जीता था। साल 2012 में उन्होंने विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया था। पहलवान बबिता पर एक फिल्म “दंगल” बनी है, जिससे उन्होंने काफी सुर्खियां बटोरी है।

साल 2014 में राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने गोल्ड मैडल अपने नाम किया था और विश्व स्तर पर भारत का नाम रोशन किया। Babita Phogat ने 55 kg भार वर्ग मे फ्रीस्टाईल कुश्ती में कनाडा की महिला पहलवान ब्रितानी लाबेरदुरे को हराकर यह मैडल प्राप्त किया था। आज मैं आपको इस लेख में बबिता फोगट का जीवन संघर्ष ( Babita Phogat Success Story in hindi ) और बबिता फोगट का जीवन परिचय – Babita Phogat biography in hindi बताऊंगा।

बबिता फोगाट का जीवन परिचयBabita Phogat biography in hindi

नाम बबिता फोगाट
जन्म 20 नवम्बर 1989
जन्म स्थान बलाली, भिवानी, हरियाणा
उम्र 33 years
गृहनगर बलाली, भिवानी, हरियाणा
पेशा कुश्ती
नागरिकता भारतीय
धर्म हिन्दू
जाति जाट
स्कूल के सी एम सीनियर सेकेंडरी स्कूल , हरियाणा
कॉलेज एमडीयू, रोहतक, हरियाणा
शिक्षा ग्रेजुएट
पसंद यात्रा करना और रनिंग
विवाह 1 दिसंबर 2019
बॉयफ्रेंड पहलवान विवेक सुहाग
करियर की शुरुआत 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेल
कोच महावीर सिंह फोगाट
कुश्ती केटेगरी 55 kg
राजनितिक पार्टी भाजपा

बबिता फोगाट का परिवार – Babita Phogat Family

पिता का नाम पहलवान महावीर सिंह फोगाट
माता का नाम शोभा कौर
बहन का नाम पहलवान गीता फोगाट, पहलवान संगीता फोगाट, पहलवान रितु फोगाट
भाई का नाम दुष्यंत फोगाट
चचेरी बहन विनेश फोगाट
पति का नाम पहलवान विवेक सुहाग
बच्चे का नाम युवराज सुहाग

बबिता फोगाट की पसंद

पसंदीदा अभिनेता आमिर खान, धर्मेंद्र
पसंदीदा खाना चूरमा
पसंदीदा क्रिकेटर विराट कोहली
पसंदीदा अभिनेत्री माधुरी दीक्षित

बबिता फोगट का लुक – Babita Phogat Look

बालों का रंग काला
आँखों का रंग काला
वजन 55 kg
लम्बाई 5 फीट 3 इंच

बबिता फोगाट का प्रारंभिक जीवन – Babita Phogat Success Story in Hindi

बबिता फोगाट का जन्म 20 नवंबर 1989 को हरियाणा के भिवानी जिले के गांव बलाली में पहलवान महावीर सिंह फोगट के घर हुआ था। इनके पिता महावीर सिंह फोगट खुद एक पहलवान है। इनके पिताजी द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता पहलवान है। उन्होंने अपनी बेटियों को कुश्ती की अच्छी ट्रेनिंग दी है। इसके लिए उन्होंने अपनी नौकरी भी छोड़ दी थी।

जबकि बबिता की माँ एक हाउसवाइफ है। उन्होंने अपने परिवार का पालन-पोषण अच्छे से किया है। अपनी बेटियों को हमेशा संस्कार का पाठ पढ़ाया है। घर में बबीता की तीन बहनें – गीता फोगाट, संगीता फोगाट, रितु फोगाट और दो चचेरी बहनें – प्रियंका, विनेश फोगट है। इनकी ममेरी बहन ॠतिका ने आत्महत्या कर ली थी।

बबिता जी की सभी बहनें पहलवान है। उनकी बड़ी बहन गीता फोगाट और चचेरी बहन विनेश फोगाट ने कई इंटरनेशनल अवार्ड्स जीते है। बबिता जी का एक छोटा भाई दुष्यंत फोगट है। 6 साल की उम्र में ही बबिता ने गाँव में अपने भाई बहनों के साथ कुश्ती का अभ्यास करना शुरू कर दिया था।

गावों में लड़के-लड़कियों में भेदभाव होता था, जिससे वह बहुत दुखी होती थी। वह इस विचारधारा को बदलना चाहती थी। इस कार्य में उनके पिता ने साथ दिया था। इनके पिता के अनुसार लड़कियाँ लड़को से कम नहीं होती है। महावीर फोगाट को अपनी बेटियों को पहलवानी में उतारने का विचार उनके कोच चन्दगी राम ने दिया था।

इसके बाद पहलवान महावीर फोगाट ने अपनी बेटियों को कुश्ती के मैदान में उतारा और उन्हें खुद ट्रेनिंग दी। महावीर फोगाट एक अच्छे पिता होने के साथ-साथ अपनी बेटियों के लिए एक अच्छे कोच भी बने। अपने पिता के निर्देशन में फोगाट बहनों ने कुश्ती के मैदान में अपनी एक अलग पहचान बनाई।

शुरू में बबिता की माँ ने अपनी बेटियों को पहलवानी में भेजने के लिए मना किया था। वह मानसिक रूप से तैयार नहीं थी। उन्होंने अपने पति महावीर से कहा कि लड़कियों को पहलवानी में मत भेजो। आगे उन्होंने कहा कि पहलवान लड़की और छोटे बाल वाली लड़की से कौन शादी करेगा। ( Babita Phogat biography in hindi )

इसके बाद महावीर ने अपनी पत्नी को समझाते हुए कहा कि जब एक औरत देश की प्रधानमंत्री बन सकती है तो पहलवान क्यों नहीं। शादी से ज्यादा महत्वपूर्ण यह सिद्ध करना है कि लड़कियाँ लड़को से कम नहीं है। आज बबिता फोगट अपनी जीत का सारा श्रेय अपनी माँ को देती है। वह अपना अधिकांश समय अपनी फैमिली के साथ में बिताती है।

बबिता फोगट की शिक्षा – Babita Phogat Education

बबिता ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा के सी एम सीनियर सेकेंडरी स्कूल, हरियाणा से पूर्ण की थी। इसके बाद उन्होंने कॉलेज की पढाई महर्षी दयानंद विश्‍वविद्यालय रोहतक, हरियाणा से पूर्ण की थी। कुश्ती में करियर बनाने के लिए उन्हें बहुत प्रैक्टिश करनी पड़ती थी, जिस वजह से उन्हें पढ़ाई करने का समय नहीं मिल पाता था। वह क्लासेज बहुत कम अटैंड करती थी। हालाँकि टीचर्स ने बबिता की हमेशा पढ़ाई में मदद की थी।

पहलवान बबिता फोगट का करियर – Wrestler Babita Phogat Career 

साल 2009 में पंजाब के जालंधर में आयोजित कॉमनवेल्थ रेसलिंग चैंपियनशिप में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया था। उन्होंने टूर्नामेंट में 51 kg फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा में गोल्ड मैडल जीता था। साल 2010 में दिल्ली में आयोजित कॉमनवेल्थ खेल में रजत पदक जीता था। 51 kg फ्रीस्टाइल स्पर्धा के फाइनल में बबिता को नाइजीरियाई पहलवान इफोमा क्रिस्टी नोवॉय ने हराया था।

साल 2011 में भी उन्होंने कॉमनवेल्थ रेसलिंग चैंपियनशिप में 48 kg कुश्ती स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। साल 2012 में विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में बबीता फोगट ने सेमीफाइनल में प्रवेश करने के लिए सभी मुकाबलों में कड़ा प्रयास किया। लेकिन वह कनाडा की जेसिका ऐनी से हार गईं। बाद में उन्होंने रूस की जमीरा रहमनोवा को हराकर ब्रोंज मेडल अपने नाम किया।

साल 2013 में दिल्ली में आयोजित हुए एशियन कुश्ती चैम्पियनशिप टूर्नामेंट में बबिता ने 55 kg के फ्रीस्टाईल कुश्ती में उत्तर कोरिया की हान कुम ऑफ़ को हराया था और कांस्य पदक अपने नाम किया था। अपने लगातार अच्छे प्रदर्शन से उन्होंने कुश्ती में एक अलग पहचान बनाई थी। ( Babita Phogat biography in hindi )

साल 2014 में राष्ट्रमंडल खेलों में 55 kg की फ्रीस्टाईल कुश्ती में अपनी प्रतिद्वंदी स्कॉटलैंड की कथ्र्य्न मार्श को 4:1 से हराया। फिर उन्होंने इंग्लैंड की लौइसा पोरोगोव्सका को हराकर सेमी फाईनल में अपने लिए जगह बनाई। इसके बाद उन्होंने कनाडा की ब्रित्तनी लावेर्दुरे को  3:1 से हराकर अपनी जीत दर्ज की। इस प्रकार उन्होंने भारत के लिए गोल्ड मैडल जीता।

इसके बाद बबिता की जीत का सिलसिला जारी नहीं रहा। साल 2014 में राष्ट्रमंडल कुश्ती चैम्पियनशिप में वह अपनी जीत को दोहरा नहीं पाई। इस प्रतियोगिता में उन्होंने ब्रोंज मैडल जीता था। इंचियोन खेलों में भी बबिता पोडियम फिनिश से चूक गईं थी। रियो ओलिंपिक में जीत दर्ज करना बबीता का सपना था। लेकिन वह पहले ही चरण में हार गई थी।

साल 2015 में एशियन कुश्ती चैम्पियनशिप में बबिता फाइनल गेम में उत्तर कोरिया की पाक योंग मि से अंतिम के 5 सेकेण्ड में हार गई थी और फाईनल में पहुँचने का अवसर खो दिया था। साल 2016 में रियोडी जेनेरो में आयोजित रियो ओलिंपिक में उन्होंने अपने चचेरे भाई विनेश फोगाट के साथ भारत का प्रतिनिधित्व किया था।

बबिता ओलम्पिक के लिए भारतीय कुश्ती में तीसरी और अंतिम प्रविष्टी थी। वह इस टूर्नामेंट को 1-5 से पहले राउंड में ही हार गई थी। बबिता ने अपने करियर में अनेक तरह के उतर चढ़ाव का सामना किया था। हालाँकि उनका प्रदर्शन हमेश एक जैसा नहीं रहा था। साल 2018 में वापस उन्होंने अपने खेल में वापसी की।

साल 2018 में ऑस्ट्रेलिया में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने महिलाओं की 55 kg फ्रीस्टाइल कुश्ती में गोल्ड मैडल जीता। वर्तमान में वह भारतीय जनता पार्टी की नेता है। इसके अलावा वह एकता कपूर द्वारा निर्देशित और कंगना रनौत के शो लॉकअप में अभिनय कर रही है। बबिता फोगट का जीवन परिचय ( Babita Phogat biography in hindi ) विश्व की सभी युवा लड़कियों के लिए एक मिशाल व प्रेरणा है।

बबिता फोगाट की शादी

पहलवान बबिता फोगाट ने अपने साथी विवेक सुहाग के साथ 1 दिसंबर 2019 को हरियाणा में शादी कर ली थी। बबिता फोगट की तरह ही विवेक सुहाग भी प्रसिद्ध पहलवान है। इन दोनों की शादी में कई विदेशी पहलवान आये थे। इन्होंने अपनी शादी में एक अतिरिक्त फेरा लिया था। यह फेरा भारत सरकार के अभियान “बेटी बचाओ, बेटी पढाओ”  के समर्थन करने के लिए लिया गया था। इस योजना का उद्देश्‍य देशभर में बेटियो को लेकर जागरूकता का भाव पैदा करना था।

पहलवान बबिता फोगाट को मिले अवार्ड और सम्मान

  1. साल 2009 में जालंधर राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप में 51 kg वर्ग में गोल्ड मैडल जीता।
  2. साल 2010 में दिल्‍ली में आयोजित हुए कॉमनवेल्‍थ खेलों में महिलाओं की फ्रीस्टाइल कुश्ती में 51 kg वर्ग में सिल्‍वर मैडल जीता।
  3. साल 2011 में मेलबर्न में आयोजित हुए राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप में 48 kg वर्ग में गोल्ड मैडल जीता।
  4. साल 2012 में स्ट्रैथकोना काउंटी विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में 51 kg वर्ग में फ्रिस्‍टाईल में ब्रोंज मैडल जीता।
  5. साल 2013 में दिल्ली में आयोजित हुए एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में 55 kg वर्ग में ब्रोंज मैडल जीता।
  6. साल 2014 में ग्लासगो में आयोजित हुए राष्ट्रमंडल खेलों में 55 kg वर्ग में उन्होंने गोल्ड मैडल अपने नाम किया।
  7. साल 2018 में बबिता फोगट ने गोल्डकोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में 55 kg वर्ग में गोल्ड मैडल अपने नाम किया था।
  8. भारत सरकार द्वारा उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया चुका है।
  9. उन्हें हिंदी केशरी सम्‍मान से भी नवाजा गया है।

बबिता फोगाट के बारे में रोचक तथ्य

  1. दंगल गर्ल बबिता फोगट के दादा मान सिंह और पिता महावीर सिंह फोगाट का पहलवानी में बडा नाम रहा है।
  2. साल 2012 में बबिता फोगट विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली भारत की दूसरी महिला पहलवान बनी। पहले नंबर पर उनकी बहन गीता फोगट है। दोनों ने कांस्य पदक जीते है।
  3. बबीता को अपने बाल बढ़ाने की अनुमति नहीं थी। बबिता के पिताजी कहते है कि यदि आप बाल बढ़ाने और फैशन की चाहत रखते है, तो आप कुश्ती छोड़ दें।
  4. साल 2016 में वह रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली भारत की चौथी महिला पहलवान बनी। हालाँकि वह रियो ओलंपिक में मैडल नहीं जीत सकी। वह खेल के पहले ही चरण में बाहर हो गई थी।
  5. बबिता और गीता दोनो बहनें फोगाट बहनों के नाम से दुनिया भर में मशहूर है।
  6. बबिता के जीवन पर एक फिल्म दंगल बनाई गई है, जिसमें फोगट परिवार की पहलवानी तक के सफर को दिखाया गया है। बबिता अपनी इस बायोग्राफी फिल्म से बहुत खुश थी।
  7. साल 2013 में हरियाणा सरकार ने पुलिस (SI) की नौकरी देकर बबिता फोगाट सम्मानित किया था। इसके बाद स्‍पोर्ट्स मिनीस्‍ट्री हरियाणा में डिप्टी डायरेक्‍टर के पद पर नियुक्‍त किया गया था।
  8. फिल्म में बबीता और उनकी बहनों को रोल ऑफर किए गए थे। लेकिन अपने करियर में ध्यान केंद्रित करने के लिए उन्होंने यह ऑफर ठुकरा दिया था।
  9. बबीता फोगट की उपलब्धियों के लिए पीएम नरेंद्र मोदी कई बार तारीफ कर चुके हैं।
  10. साल 2010 में बबीता के हाथ का ऑपरेशन हुआ था और कॉमनवेल्थ गेम्स के ट्रायल से ठीक 4 दिन पहले उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी। उन्होंने इस टूर्नामेंट में रजत पदक जीता था।
  11. एक बार बबीता ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके गांव में रूढ़िवादी परम्परा के कारण हालत बहुत ख़राब थी। गांव की सभी महिलाएं घूँघट निकालती थी। जब फोगट बहनें प्रसिद्ध हुई तब उन्होंने अपनी माँ से घूँघट हटाने के लिए कहा।
  12. 12 अगस्त 2019 को बबीता और उनके पिता महावीर फोगट भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे।

आशा करता हूँ आपको बबिता फोगट का जीवन परिचय ( Babita Phogat biography in hindi ) , जीवनी, शिक्षा, करियर, शादी, फैमिली और उनको मिले हुए अवार्ड्स से सम्बंधित जानकारी समझ में आयी होगी। इस लेख से सम्बंधित जानकारी में त्रुटि होने पर आप कमेंट बॉक्स में अपनी बात रख सकते है। बबिता फोगट का जीवन संघर्ष (Babita Phogat Success Story in hindi ) सभी लड़कियों के लिए एक प्रेरणा है। बबिता फोगट के जीवन से यह शिक्षा मिलती है कि लड़कियाँ लड़को से कम नहीं होती है।

FAQ

Q :  बबिता फोगट का जन्म कब और कहाँ हुआ था ?
Ans :  20 नवम्बर 1989 को हरियाणा के भिवानी जिले के बलाली गांव में पहलवान महावीर सिंह फोगाट के घर में हुआ था।

Q :  बबिता फोगट के कोच कौन थे ?
Ans :  पहलवान महावीर सिंह फोगाट, जो कि उनके पिता भी थे।

Q :  बबिता फोगट के पिता कौन है ?
Ans :  बबिता फोगट के पिता महावीर सिंह फोगाट है। ये भी एक द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता पहलवान है। इन्होंने अपनी बेटियों को पहलवानी सिखाने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी थी।

Q :  बबिता फोगट की कितनी बहनें है ?
Ans :  बबिता फोगट के 3 बहनें है – गीता, रितू और संगीता फोगाट

Q :  बबिता फोगट के पति का नाम क्या है ?
Ans :  विवेक सुहाग

Q :  बबिता फोगट के बेटे का नाम क्या है ?
Ans :  युवराज सुहाग

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