कौंच बीज के फायदे और नुकसान – Kaunch Beej Benefits and Side Effects in Hindi :- कौंच के बीज आयुर्वेद में औषधि के रूप में इस्तेमाल होते रहे है। आयुर्वेद में कौंच के बीज के कई फायदों का वर्णन मिलता है। आज मैं आपको इस लेख में कौंच के बीज के फायदे (Kaunch ke Beej ke fayade), कौंच के बीज के नुकसान (Kaunch ke Beej ke nuksan), कौंच के बीज के पौष्टिक तत्व, कौंच के बीज का उपयोग और कौंच बीज का पाउडर बनाने की विधि व इसकी खुराक के बारे में बताऊंगा।
भारत में अनेक तरह की औषधियों और जड़ी-बूटियों का उपयोग किया जाता है। कौंच के बीज भी इन्ही में से एक औषधि है। कौंच के बीज मस्तिष्क से संबंधित समस्याओं से लेकर नपुंसकता तक की हर परेशानी को दूर करता है। यह शरीर को स्ट्रांग बनता है। यह शरीर की माशपेशियों को मजबूत बनता है।
कौंच बीज क्या है ? ( What is Kaunch in Hindi )
कौंच का पौधा एक लता के रूप में होता है। कौंच की बेल में कौंच की फलियाँ होती है। कौंच की फलियों पर भूरे व रोयेदार बाल होते है। इन बालो के शरीर पर लगने से खुजली व जलन होने लगती है और सूजन होने लगती है। कई जगह पर कौंच को केंवाच या किवांच कहा जाता है।
इसकी मुख्यतः दो प्रजातियाँ होती हैं। एक प्रजाति जंगलों में उगती है, जिस पर बहुत अधिक रोयेदार बाल होते है। जबकि इसकी दूसरी प्रजाति की खेती की जाती है, जिस पर कम बाल होते है। कौंच की फलियों के ऊपर बन्दर के बाल जैसे बाल होते हैं। (Kaunch ke Beej ke fayade)
इन बालो से बंदरो में भी खुजली उत्पन हो जाती है। इसीलिए कुछ लोग कौंच मर्कटी तथा कपिकच्छू भी कहते है। प्राचीन समय से ही कौंच के बीज, पत्ते व जड़ का उपयोग औषधि बनाने के लिए किया जा रहा है। कौंच के बीज का वैज्ञानिक नाम मुकुना प्रुरियंस (Mucuna pruriens) है।
कौंच के बीज के पौष्टिक तत्व
कौंच बीज में पौष्टिक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते है। कौंच बीज में विटामिन्स, मैग्नीशियम, फास्फोरस, जिंक, सोडियम, पोटैशियम, नियासिन, आयरन और कैल्शियम जैसे पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं। ये सभी पौष्टिक तत्व शरीर को बलिष्ट बनाने के लिए बहुत जरुरी होते है। (Kaunch ke Beej ke fayade)
क्रम संख्या | पौष्टिक तत्व | मात्रा |
1 | मैग्नीशियम | 174.9-387.6 mg |
2 | कैल्शियम | 393.4-717.7 mg |
3 | सोडियम | 43.1-150.1 mg |
4 | पोटेशियम | 43.1-150.1 mg |
5 | फास्फोरस | 98.4-592.1 mg |
6 | कॉपर | 0.9-2.2 mg |
7 | जिंक | 5.0-10.9 mg |
8 | मैंगनीज | 3.9-4.3 mg |
9 | आयरन | 10.8-15.0 mg |
कौंच के बीज कहाँ मिलते है ?
कौंच के बीज आपको किसी भी पंसारी की दुकार पर मिल जायेंगे। आप अपने नजदीकी मार्केट से कौंच के बीज खरीद के ला सकते है और इसका पाउडर बनाकर उपयोग कर सकते है। इसके अलावा आप ऑनलाइन भी कौंच बीज का आर्डर करके मंगा सकते है। आप फ्लिफ्कार्ट, अमेज़न जैसी ऑनलाइन शॉपिंग साइट से कौंच बीज के लिए आर्डर कर सकते है।
कौंच की खेती कहाँ होती है ?
कौंच की खेती ज्यादातर मैदानी भागो में की जाती है। हिमालय के कुछ क्षेत्रो में भी कौंच की बेल पायी जाती है। हिमालय में 1000 मीटर की ऊँचाई तक कौंच की बेल मिलती है। जबकि कुछ स्थानों पर कौंच की खेती भी की जाती है।
कौंच बीज के फायदे : Kaunch Beej Benefits in Hindi
कौंच के बीज शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते है। सर्दियों में देशी घी में कौंच के बीज लड्डू बनाकर खाने से शरीर की हड्डियाँ मजबूत बनती है और शरीर सुडोल बनता है। यह शरीर के अनेक विकारो को दूर करके बॉडी को बलवान बनाता है। आइये जानते है कौंच के बीज के फायदे (Kaunch Ke Beej Ke Fayde)
1. अच्छी नींद के लिए कौंच के बीज के फायदे
हर प्राणी के लिए नींद लेना बहुत जरूरी होता है। यदि आप पर्याप्त नींद नहीं लेते है, तो शारीरिक व मानसिक समस्याए उत्पन हो सकती है। अपर्याप्त नींद लेने से ह्रदय सम्बन्धी बीमारियां भी हो सकती है। डोपामाइन मस्तिष्क की प्रक्रियाओं में एक महात्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह पीनियल गंथि पर कार्य करता है जो कि नींद होर्मोन मेलाटोनिन का स्राव करता है।
मस्तिष्क में डोपामाइन की कमी के कारण नींद पूरी नहीं हो पाती है। इसकी कमी से तनाव और बेचैनी भी होने लगती है, जो नींद को प्रभावित करती है। अतः कौंच बीज के सेवन से डोपामाइन का स्तर संतुलित रहता है। नींद संबंधी समस्याओ के लिए कौंच बीज बहुत लाभकारी होता है। यदि आप कौंच बीज चूर्ण को सफेद मूसली पाउडर में मिक्स करके लेते है, तो यह अनिद्रा की समस्या से राहत दिलाती है।
2. मधुमेह (डायबिटीज) में कौंच के बीज के लाभ
कौंच बीज में एंटीडायबिटिक गुण होते है। ये ब्लड में शुगर की मात्रा को कम करते है। कौंच बीज डायबिटीज मरीजों के लिए बहुत लाभकारी होता है। अतः जिन लोगो को शुगर की समस्या है, वे लोग कौंच के बीज का सेवन कर सकते है। लेकिन यदि पहले से ही डाइबिटीज की दवा ले रहे हो तो, इसका सेवन न करें, क्योंकि यह ब्लड में शुगर का स्तर जरूरत से ज्यादा कम कर सकती है। अतः डॉक्टर से परामर्श के बाद ही इसका सेवन करें।
3. नपुंसकता दूर करने में कौंच बीज के फायदे
महिलाओं की तरह पुरुषों में भी इनफर्टिलिटी की समस्या हो सकती है। यह समस्या कई कारणों से हो सकती है। जैसे मोटापा, धूम्रपान, शराब, हार्मोन्स में बदलाव आदि। कौंच बीज का सेवन करके शुक्राणुओं की गुणवत्ता में सुधर किया जा सकता है। कौंच के बीज में कई तत्व ऐसे होते है, जो पुरुषो में नपुंसकता दूर करने का कार्य करते है।
कुछ मेडिकल रिपोर्ट्स के अनुसार मानसिक तनाव की वजह से भी शुक्राणुओ की गुणवता पर असर पड़ता है। कौंच बीज मानसिक तनाव को भी कम करने में सहायक होता है। अतः आप कौंच बीज चूर्ण का सेवन सफ़ेद मूसली में मिलाकर भी कर सकते है। यह पुरुषो में नपुंसकता दूर करने में सहायक होता है।
4. एंटीएजिंग में फायदेमंद है कौंच बीज का सेवन
यदि आप कौंच के बीज का सेवन करते है, तो यह आपकी बढ़ती उम्र को छुपाने का भी काम करती है। कौंच बीज में एंटी एजिंग के गुण होते है। कौंच में डोपामाइन की मात्रा अधिक होती है। इसीलिए इसके सेवन से पिट्यूटरी ग्रंथि के कार्य करने व हार्मोन स्राव करने की क्षमता बढ़ती है। यह हार्मोन पुरे जीवन भर चलता रहा है।
चूँकि वद्धि हार्मोन 20 वर्ष की उम्र के बाद घटने लगता है। इसीलिए इस हार्मोन को संतुलित बनाये रखने के लिए आप कौंच बीज का सेवन कर सकते है और अपनी बढ़ती उम्र को छुपा सकते है। यह नेचुरल रूप से एंटी-एजिंग का कार्य करती है।
5. टेस्टोस्टेरान हार्मोन की वृद्धि में कौंच बीज के फायदे
टेस्टोस्टेरोन हार्मोन महिलाओं और पुरुषों दोनों में कामोतेजना बढ़ाने का काम करता है। यदि इस हार्मोन का स्तर कम होता है, तो सम्भोग की इच्छा भी कम होती है। कौंच के बीज में प्रोलैक्टिन नामक एक हार्मोन पाया जाता है। ये प्रोलैक्टिन प्रजनन, चयापचय और इंम्यूरेग्यूलेटरी कार्यों के लिए लाभदायक होता है। यह टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्राव में वृद्धि करता है। इससे महिला व पुरुष दोनों की सेक्स कमजोरी दूर होती है।
चूँकि महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होता है लेकिन एस्ट्रोजन के कारण इसकी मात्रा शरीर में बढ़ भी सकती है। अतः कौंच बीज में महिलाओं और पुरुषों दोनों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर बढ़ाने का गुण होता है। जिससे महिलाओं और पुरुषों दोनों में कामेच्छा की भावना बढ़ती है।
6. सेक्स स्टैमिना बढ़ाने में कौंच बीज के चूर्ण का फायदा
कौंच बीज में मौजूद मिनरल्स व पोषक तत्व शरीर को मजबूत बनाते है। जिससे बॉडी शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहती है। कोच बीज शरीर से फ्री रेडिकल को कम करने में सहायक होता है। कौंच बीज के पाउडर के सेवन से बॉडी में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जिससे सेक्स स्टैमिना भी बढ़ता है। अतः कौंच बीज थकान, मानसिक तनाव व यौन इच्छा की कमी को दूर करके सेक्स स्टैमिना बढ़ाता है।
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7. कोलेस्ट्रोल में कौंच बीज के फायदे
उच्च कोलेस्ट्रोल शरीर में कई बिमारियों को निमंत्रण देता है। इससे अधिकांशतः हृदय रोग व धमनियों से संबंधित रोग होते है। कौंच बीज के सेवन से हार्ट अटैक जैसे खतरों को कम किया जा सकता है। कौंच बीज बॉडी से फ्री रेडिकल्स को कम करता है। जिससे ह्रदय तक ब्लड का सर्कुलेशन अच्छे से होता है।
कौंच में LDL (low-density lipoprotein) अर्थात हानिकारक कोलेस्ट्रोल को कम और HDL (high-density lipoprotein) अर्थात अच्छे कोलेस्ट्रोल को बढ़ाने का गुण होता है। अतः कौंच पाक का सेवन करके आप बड़े हुए कोलेस्ट्रोल को कम कर सकते है।
8. मांसपेशियों को मजबूत बनाने में कौंच के बीज के फायदे
कौंच में डोपोमाइन की वृद्धि करने करने का गुण होता है। यह शरीर में डोपोमाइन के स्तर को बढ़ाकर वृद्धि हार्मोन को उत्तेजित करता है। डोपोमाइन शरीर के अंदर HGH के स्तर को बढ़ाने का कार्य करता है। साथ ही यह मानव वृद्धि हार्मोन प्रोटीन संश्लेषण बढ़ाने में भी मदद करता है।
मांसपेशियों की वृद्धि करके उन्हें मजबूत बनता है। इसमें मौजूद फास्फोरस, जिंक हड्डियों को मजबूत बनाते है। कौंच के बीज में प्रोटीन, हेल्दी फैट, फाइबर तत्व पाए जाते हैं, जो मांसपेशियों के विकास में मदद करते हैं। इससे शरीर को एनर्जी भी मिलती है।
9. पार्किंसंस रोग में कौंच बीज के लाभ
पर्किंसंस बीमारी तंत्रिका तंत्र से जुड़ी हुई एक बीमारी है। जब मस्तिष्क में तंत्रिका कोशिकाएं डोपामाइन ब्रेन रसायन का निर्माण पर्याप्त मात्रा में नहीं हो पाता है, तब यह बीमारी होती है। इस रोग में मरीज को कंपकंपी, शरीर में दर्द व चलने-फिरने में परेशानी होती है।
हालाँकि यह रोग बुढ़ापे में होता है, लेकिन कभी-कभी यह युवा वर्ग में भी हो सकता है। रिसर्च के अनुसार कौंच बीज पर्किंसंस रोग में काफी फायदेमंद होता है। कौंच में एंटी-पार्किंसंस गुण मौजूद होते हैं। इसमें एल-डोपा नामक एमिनो एसिड मौजूद होता है, जो कि पार्किसंस रोग को ठीक करने में काफी प्रभावकारी होते है।
10. मानसिक तनाव दूर करने में कौंच के बीज के लाभ
अत्यधिक कार्य की वजह से मानसिक तनाव किसी को भी हो सकता है। जिससे लोग डिप्रेशन जैसी बीमारी से ग्रस्त हो जाते है। कौंच में एंटी-डिप्रेसेंट गुण मौजूद होते हैं। ये मस्तिक को शांत करके तनाव को कम करने का कार्य करते है। कौंच बीज अच्छी नींद दिलाने में सहायक होते है। पर्याप्त नींद लेने के बाद भी तनाव कम हो जाता है।
11. मस्तिष्क स्वास्थ्य व यादाश्त बढ़ाने में फायदेमंद है कौंच के बीज
कौंच बीज के सेवन से मस्तिष्क सम्बन्धी रोग कम होते है। यह मस्तिष्क को निरोग करके दिमाग को तेज करने का कार्य करता है। कौंच के बीज अवसाद, तनाव, चिंता, व डिप्रेशन को कम करके मस्तिष्क को आराम प्रदान करता है और एक अच्छी नींद में सहायक होता है। जिससे मस्तिष्क स्वस्थ बना रहता है। अतः मस्तिष्क के स्वस्थ रहने पर यादाश्त बढ़ती है।
12. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कौंच बीज का उपयोग
कौंच के बीज में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होते हैं। इसके अलावा इसमें विटामिन्स, मैग्नीशियम, फास्फोरस, जिंक, सोडियम, पोटैशियम, नियासिन, आयरन और कैल्शियम जैसे पौष्टिक तत्व मौजूद होते है। ये सभी तत्व शरीर को अलग अलग तरह से लाभ पहुंचते है।
शरीर को तंदुरुस्त रखने के लिए कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट की जरूरत होती है। ये एंटीऑक्सीडेंट शरीर को हानि पहुँचाने वाले फ्री रेडिकल्स को बहार निकलते है। एंटीऑक्सीडेंट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में काफी फायदेमंद होते है।
कौंच के बीज के नुकसान : Side Effects of Kaunch Beej in Hindi
आयुर्वेदिक औषधियों का साइड इफ़ेक्ट बहुत कम देखने को मिलता है। लेकिन किसी भी चीज की अधिकता नुकसान पहुँचा सकती है। इसी प्रकार कौंच के बीज का अधिक मात्रा में सेवन करने से यह नुकसान भी कर सकती है। आइये जानते है कौंच के बीज के नुकसान (Kaunch ke Beej ke nuksan) : Kaunch Beej ke Nuksan in Hindi
- कौंच के बीज में एल-डोपा (L-dopa- Levodopa) नामक एमिनो अम्ल भरपूर मात्रा में होता है। अतः इस एमिनो अम्ल के अधिक सेवन से मतली, सिरदर्द, अधिक नींद आना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- जब आप कौंच बीज पाउडर का सेवन करते है, तब मसालेदार खाना नहीं खाना चाहिए। इसीलिए नुकसान से बचने के लिए कौंच बीज पाउडर का सेवन विशेषज्ञ की सलाह पर करना चाहिए। अन्यथा कौंच बीज के फायदे की जगह उसके नुकसान भी हो सकते है।
- गर्भवती महिलायें या स्तनपान कराने वाली महिलायें कौंच बीज पाउडर का सेवन नहीं करें। क्योंकि कौंच बीज की तासीर गर्म होती है। जिससे गर्भवती महिला व बच्चे को हानि पहुँच सकती है।
- कौंच के बीज में एंटी-डायबिटिक गुण मौजूद होते हैं। इसीलिए डायबिटीज की दवाइयों का सेवन कर रहे मरीजों को कौंच बीज का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे शुगर की मात्रा जरूरत से ज्यादा कम हो सकती है। अतः डायबिटीज मरीज को कौंच बीज का सेवन करने से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लेनी चाहिए।
- कौंच बीज या कौंच बीज का पाउडर बच्चों को नहीं खिलाना चाहिए। यह बच्चो के लिए फायदेमंद नहीं है।
- इसके अधिक सेवन से शरीर में पोषक तत्वों की कमी भी हो सकती है।
- पुरानी बीमारी, पागलपन, तनाव और अन्य मानसिक बीमारियों से पीडित लोगों को कौंच के बीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इसके अधिक सेवन से आँतो की गति में वृद्धि हो सकती है। जिससे ब्लड प्रेशर कम हो सकता है।
- कौंच बीज का लंबे समय तक सेवन करने से यह वजन कम कर सकता है। यह प्रयोग कुछ लोगो में देखा गया है।
- पलमनरी, हृदय रोग, ग्लूकोमा, किडनी रोग, लीवर और मानसिक रोग से ग्रस्त लोगो को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
कौंच के बीज का सेवन कैसे करें ?
सर्वप्रथम कौंच बीज का पाउडर बना ले। फिर इस पाउडर को किसी अच्छे से साफ व शुष्क जार में डाल ले। प्रतिदिन 5 ग्राम कौंच बीज का पाउडर का सेवन एक गिलास पानी या दूध के साथ में कर सकते है। इसे आप सुबह शाम भोजन करने के 30 मिनट बाद ले सकते है। लेकिन कौंच बीज के फायदे (Kaunch ke Beej ke fayade) जानने के बाद आप डॉक्टर से सलाह करके ही खोज बीज का सेवन करे।
आशा करता हूँ कि आपको कौंच बीज के फायदे और नुकसान समझ में आ गए होंगे। “कौंच के बीज के फायदे (Kaunch ke Beej ke fayade) और कौंच के बीज के नुकसान” पोस्ट आपको कैसे लगी। इस पोस्ट में किसी प्रकार की कमी या कोई जानकारी गलत दी गई हो तो कमेंट करके बताये। मैं उसमे सुधार करने की कोशिश करूँगा। यदि आप कौंच बीज का सेवन करना चाहते है, तो आप डॉक्टर से परामर्श करके ही इसका सेवन करें।
FAQ
Q : कौंच के बीज की तासीर क्या होती है ?
Ans : गर्म
Q : कौंच के बीज में कौन कौन से पौष्टिक तत्व होते है ?
Ans : कौंच बीज में विटामिन्स, मैग्नीशियम, फास्फोरस, जिंक, सोडियम, कॉपर, पोटैशियम, नियासिन, आयरन और कैल्शियम जैसे पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं।
Q : कौंच के बीज कहाँ पाए जाते है ?
Ans : कौंच की खेती ज्यादातर मैदानी भागो में की जाती है। हिमालय के कुछ क्षेत्रो में भी कौंच की बेल पायी जाती है। हिमालय में 1000 मीटर की ऊँचाई तक कौंच की बेल मिलती है। जबकि कुछ स्थानों पर कौंच की खेती भी की जाती है।
Q : कौंच बीज का पाउडर कैसे बनाये ?
Ans : सबसे पहले कौंच के बीज को भिगोकर छिलका उतार ले। फिर इसे धुप में सूखा दे। जब ये सुखकर कड़क हो जाये, तब इन्हें अच्छे से पीसकर पाउडर बना ले और डिब्बे में पाउडर को रख ले।
Q : कौंच के बीज का सेवन कैसे करें ?
Ans : कौंच के बीज इ चूर्ण का सेवन आप दूध या पानी के साथ में कर सकते है। लगभग 5 ग्राम कौंच चूर्ण को एक गिलास पानी या दूध में मिक्स करके इसका सेवन कर सकते है। इसमें आप शहद मिलकर भी सेवन कर सकते है।
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मेरा नाम गोविन्द प्रजापत है। मैं talentkiduniya.com का फाउंडर हूँ। मुझे स्कूल के समय से ही हिंदी में लेख लिखने और अपने अनुभव को लोगो से शेयर करने में रूचि रही है। मैं इस ब्लॉग के माध्यम से अपनी नॉलेज को हिंदी में लोगो के साथ शेयर करता हूँ।
Very interesting points you have noted, thankyou for putting up.